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सैटेलाइट से मिला सबूत: डोकलाम के नजदीक चीन ने जुटाए हथियार

ऐसा लग रहा था कि चीन के साथ डोकलाम विवाद खत्म हो गया है लेकिन ऐसा नहीं है

FP Staff

करीब दो महीने के तनाव के बाद 28 अगस्त को भारत और चीन के बीच चल रहा डोकलाम विवाद खत्म हो गया था. दोनों ही देशों ने अपनी सेनाएं डोकलाम से पीछे हटाने की घोषणा की थी. लेकिन 'द प्रिंट' को मिली एक्सक्लूसिव सैटेलाइट तस्वीरों से यह साफ हो रहा है कि अभी भी डोकलाम के पास स्थिति सामान्य नहीं है. वहां पर चीनी सेना भारी भरकम हथियारों, तोपों और टैंकों के साथ दिखाई दे रही है, जैसा इससे पहले कभी नहीं देखा गया.

भारतीय सरकार में मौजूद द प्रिंट के सूत्रों ने द प्रिंट को बताया है कि डोकलाम के पास हो रही सभी गतिविधियों पर उनकी नजर है, लेकिन अभी तक ऐसी कोई भी दिक्कत वाली बात नहीं है.


सैटेलाइट की तस्वीरों से यह साफ होता है कि पीएलए (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) ने डोकलाम से सेना पीछे हटाने की घोषणा के बाद सितंबर में भी याडोंग काउंटी में काफी सुरक्षा बल तैनात किया था. 6 सितंबर की सैटेलाइट तस्वीरों से यह दिखाई दे रहा था कि याडोंग में 2000 से 3000 सैनिक चीन की तरफ से तैनात किए गए हैं.

डोकलाम विवाद के दौरान पीएलए ने भारत, भूटान और चीन के ट्राई-जंक्शन पर करीब 300 सैनिकों की तैनाती की थी. उस समय भारत की तरफ से भी लगभग इतने ही सैनिकों की तैनाती की गई थी. अभी तक चीन डोकलान से करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित यारला शाम्पो क्षेत्र का इस्तेमाल करता था, जहां पर वह ट्रेनिंग आदि करता था. इससे पहले कभी भी पीएलए ने डोकलाम क्षेत्र का इस्तेमाल ट्रेनिंग देने या अन्य किसी काम के लिए नहीं किया था. तस्वीरों में लड़ाई में इस्तेमाल होने वाली भारी-भरकम हथियार भी दिखाई दे रहे हैं.