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चीन के कदमों से डोकलाम जैसी और घटनाएं हो सकती हैं: सेना कमांडर

लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) प्रवीण बख्शी ने कहा वह सरकार के आभारी हैं क्योंकि सरकार ने उन्हें पूरी स्वतंत्रता दी थी जो चीनी सैनिकों को रोकने के लिए उचित कदम रहा

Bhasha

सेना के दो पूर्व कमांडरों ने शुक्रवार को कहा कि चीन के कदमों से ऐसा लगता है कि भविष्य में डोकलाम जैसी और घटनाएं हो सकती है और इससे निपटने की तैयारी के लिए भारतीय सेना को प्रभावित सीमावर्ती क्षेत्रों में आधारभूत संरचना बनाने की आवश्यकता है.

डोकलाम में भारत और चीन के बीच गतिरोध के दौरान सेना के पूर्वी कमांड का नेतृत्त्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) प्रवीण बख्शी ने कहा कि वह सरकार के आभारी हैं क्योंकि सरकार ने उन्हें इसे लेकर कदम उठाने की पूरी स्वतंत्रता दी थी जो चीनी सैनिकों को रोकने के लिए उचित कदम रहा.


पूर्व उत्तरी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (सेवानिवृत्त) ने पिछले कुछ सालों में भारत और चीन के सैनिकों के बीच डोकलाम, चुमार और डेमचोक गतिरोध के बारे में बात करते हुए कहा कि तीनों घटनाएं अलग-अलग हैं और उनके पीछे का मकसद भी अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इन सबसे एक समान पैटर्न उभर कर निकला है.

इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में ‘डोकलाम रीविजिटेड’ नामक विषय पर संगोष्ठी के दौरान उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा कि जिस तरह की घटनाएं हमें देखने को मिल रही हैं भविष्य में ऐसी और घटनाएं देखने को मिलेंगी. उन्होंने कहा कि अगर ये घटनाएं वैसी जगहों पर होंगी जहां आधारभूत संरचनाएं विकसित नहीं हुई हैं तो यह चिंता की बात होगी.