जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर देर रात पाकिस्तान की अकारण गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए. शनिवार को श्रीनगर में लगातार तीन ग्रेनेड हमले भी किए गए.
रमजान के इस महीने में पाकिस्तान की गोलीबारी में तीन नागरिक भी घायल हो गए. सीमाई गांवों के इन घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. शनिवार रात पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के कांस्टेबल विजय कुमार पांडेय और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सत्य नारायण यादव शहीद हो गए.
शनिवार की घटना पर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अफसोस जताया और कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की. उन्होंने कहा, यह काफी दुखद बात है कि दोनों पक्षों की ओर से डीजीएमओ की वार्ता के बावजूद गोलीबारी की गई. सरहद के दोनों ओर लोग मारे जा रहे हैं. डीजीएमओ को फिर से वार्ता करनी चाहिए. यह खून-खराब जितनी जल्द हो सके, रुकना चाहिए.
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के 2003 में हुए समझौते का ‘अक्षरश:’ पालन करने पर सहमत होने के करीब एक हफ्ते बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने अखनूर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय चौकियों को निशाना बनाकर मोर्टार दागे और गोलीबारी की. फायरिंग में बीएसएफ के एक अधिकारी समेत दो जवान शहीद हो गए.
पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी रेंजर्स ने अखनूर सेक्टर के प्रगवाल इलाके और नजदीक के कंचक और खौर सेक्टरों में भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे. इसमें एक पुलिसकर्मी और एक महिला समेत 10 लोग जख्मी भी हुए हैं. इस वजह से लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा.
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि आधी रात के बाद एक बजकर करीब 15 मिनट पर पाकिस्तान की ओर से प्रगवाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकियों को निशाना बनाया गया. बिना उकसावे के गोलीबारी की गई, जिसमें असिस्टेंट एसआई सएन यादव (48) और कांस्टेबल वीके पांडे गंभीर रूप से जख्मी हो गए.
रमजान में भारत जहां 2003 में हुए संघर्ष विराम समझौते का पालन कर रहा है तो दूसरी ओर पाकिस्तानी आतंकी और जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर ने इस एकतरफा संघर्ष विराम का मजाक बनाया है.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जैश प्रमुख मसूद अजहर ने भारत के संघर्ष विराम से पाकिस्तानी आतंकियों को मौका मिल जाने की बात कही है. अजहर के आतंकी संगठन ने इस हफ्ते जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ली है. अजहर ने कहा है कि भारत सरकार ने मजबूरी में संघर्ष विराम का ऐलान किया है और उसके पास दूसरा कोई चारा भी नहीं है.
रिपोर्ट के मुताबिक, इंटेलीजेंस सूत्रों ने बताया है कि अजहर फिलहाल पाकिस्तान के बहावलपुर में टिका है जहां वह नए-नए गुर्गों को आतंकी ट्रेनिंग दे रहा है. ट्रेनिंग प्रोग्राम 1 मई से शुरू किया गया है.