view all

हमारी नीति साफ है, आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं होगी: जनरल रावत

सेना प्रमुख ने कहा, 'अब समय आ गया है जब हमें उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा, बिना उनकी तरह बर्बरता का सहारा लिए'

FP Staff

भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत रद्द होने पर पाक प्रधानमंत्री के बयान पर भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने साफ किया कि आतंकवाद और वार्ता साथ नहीं हो सकती है. उन्होंने पाक प्रधानमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि हमारी सरकार की नीतियां काफी स्पष्ट और संक्षिप्त रही हैं. हम इस बात पर यकीन रखते हैं की बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकता. पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की जरूरत है.'

समय आ गया है कि उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब देना होगा

इसी के साथ सेना प्रमुख ने पाक सेना द्वारा हाल ही में बीएसएफ जवान के साथ की गई बर्बरता पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना के द्वारा की गईं बर्बरताओं का बदला लेने के लिए हमें कठोर कार्रवाई करने की जरूरत है. हां, अब समय आ गया है जब हमें उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा, बिना उनकी तरह बर्बरता का सहारा लिए. लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें भी ऐसा ही दर्द महसूस कराना चाहिए.'

हमें जरूरत है आधुनिक हथियारों की

हमें लगातार आधुनिक हथियारों की आवश्यकता है. एक सीमा है जब तक हम एक विशेष हथियार का उपयोग कर सकते हैं, और जैसे ही नई टेकनोलॉजी आती हैं, हम चाहते हैं कि वो भी हमारे बेड़े में शामिल हों. तो हथियारों की खरीद जारी है.