छत्तीसगढ़ का बलरामपुर जिला इन दिनों सुर्खियों में है. इसकी वजह यह है कि जिले के एक गांव में आजादी के 70 साल बाद पहली बार बिजली आई है.
बलरामपुर जिले के जोकापथ गांव के लोग बिजली आने से काफी खुश हैं. गांव के सरपंच ने कहा कि हम लोग बिजली आने से काफी खुश हैं, अब हमारे बच्चे अच्छे से पढ़-लिख सकेंगे और अपना भविष्य संवार सकेंगे.
गांव में बिजली आने पर जनपद अधिकारी ने कहा कि जोकापथ गांव पहाड़ियों और जंगलों से घिरा हुआ है, इसलिए यहां तक विकास पहुंचाने में 70 साल लग गए.
देश में बिजली उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ टॉप पर है. यहां हर दिन लगभग साढ़े 11 हजार मेगावाट बिजली पैदा होती है. छत्तीसगढ़ राज्य में बिजली का उत्पादन खपत से ज्यादा है यानी यहां बिजली सरप्लस है.
इसके बावजूद इस प्रदेश के 27 जिलों में साढ़े चार लाख घर ऐसे हैं, जहां अब भी बिजली नहीं है. कई इलाकों में बिजली के पोल वर्षों से लगे हैं, लेकिन बिजली अब तक नहीं पहुंची है.
खास बात है कि इन 27 जिलों के 164 गांव ऐसे है जहां लोग आज भी लालटेन और मोमबत्ती जला कर रोशनी करते हैं.