जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर जारी पथराव की घटनाओं को रोकने के लिये सरकार वहां महिला पुलिस बटालियन की संख्या बढ़ाएगी. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि राज्य में तैनाती के लिये 1000 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी. ये महिला पुलिसकर्मी केंद्र सरकार की नवगठित पांच भारतीय रिजर्व बटालियन का हिस्सा होंगी.
केंद्र सरकार की रिजर्व बटालियनों में भर्ती होने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती उनके अपने गृह राज्य में ही की जाती है. देश भर में कुल 144 रिजर्व बटालियन मौजूद हैं. इनमें से चार चार बटालियन नक्सली हिंसा प्रभावित 12 राज्यों में पहले से ही तैनात है.
40 फीसदी आवेदन अकेले कश्मीर घाटी से मिले
पांचों बटालियन में पुलिसकर्मियों की भर्ती के लिये 5 हजार पदों पर भर्ती की जानी है. इनके लिये जम्मू-कश्मीर के लगभग 1 लाख 40 हजार युवाओं ने आवेदन किया है. इनमें से 40 फीसदी आवेदन अकेले कश्मीर घाटी से मिले हैं. बटालियनों में भर्ती का मकसद स्थानीय युवाओं को रोजगार देना है. इसमें 60 पद राज्य के सीमावर्ती इलाकों के आवेदकों के लिये आरक्षित हैं.
अधिकारी ने बताया कि इनमें महिला पुलिसकर्मियों के 1000 पद भी शामिल हैं. इसके लिये अब तक लगभग 30 हजार आवेदन मिल चुके हैं. महिला पुलिसकर्मियों को मुख्य रूप से कश्मीर घाटी में पथराव और कानून व्यवस्था से जुड़ी ड्यूटी में तैनात किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि, इस मुद्दे पर गुरुवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई. बैठक का एजेंडा मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में विकास परियोजनाओं के लिये साल 2015 में घोषित 80 हजार करोड़ रुपए के पैकेज पर चर्चा करना था.