केंद्र सरकार ने राज्यपाल को दिए जाने वाले भत्तों को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. इसमें यात्रा का खर्च, गेस्टिंग, मनोरंजन भत्ते शामिल हैं. करीब चार महीने पहले राज्यपालों की तनख्वाह में बढ़ोतरी की गई थी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, सभी राज्यपालों में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को 1.81 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. राज्यपाल यह राशि यात्रा, गेस्टिंग और मनोरंजन पर खर्च कर सकते हैं.
किस राज्यपाल को कितना पैसा?
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को मरम्मत जैसे काम के लिए 80 लाख रुपए दिए जाएंगे. उन्हें कोलकाता और दार्जिलिंग में दो राज भवनों के रख-रखाव के लिए 72 लाख रुपए भत्ते मिलेंगे.
तमिलनाडु के राज्यपाल को इस मद में 1.66 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. वह मरम्मत के लिए 7.50 लाख रुपए पा सकेंगे और उन्हें चेन्नई, ऊटी में स्थित दो राज भवनों के रखरखाव के लिए 6.5 करोड़ रुपए मिलेंगे.
राज्यपालों के वेतन और भत्तों का भुगतान वहां की राज्य सरकारें करती हैं.
बिहार के राज्यपाल को यात्रा, गेस्टिंग, मनोरंजन और अन्य खर्चे के लिए 1.62 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. वह मरम्मती के लिए 62 लाख रुपए के भत्ते के हकदार होंगे. उन्हें पटना स्थित राज भवन के रखरखाव के लिए भत्ते के रूप में 80.2 लाख रुपए मिलेंगे.
महाराष्ट्र के राज्यपाल को भत्ते के तौर पर 1.14 करोड़ रुपए मिलेंगे जबकि उन्हें साजो - सामान की मरम्मती के लिए 26.7 लाख रुपए दिए जाएंगे. वहीं मुंबई , पुणे और नागपुर में राज भवनों के रखरखाव के लिए 1.8 करोड़ रुपए का भत्ता मिलेगा.
कर्नाटक के राज्यपाल को भत्ते के रूप में 1.05 करोड़ रुपए मिलेंगे, तो राजस्थान के राज्यपाल 93 लाख रुपए के भत्ते के अधिकारी होंगे.
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को 66 लाख रुपए दिए जाएंगे. गुजरात के राज्यपाल को 55 लाख रुपए खर्चे के भत्ते रूप में दिए जाएंगे. हरियाणा के राज्यपाल 54.5 लाख रुपए के भत्ते के अधिकारी होंगे.
अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल को यात्रा, गेस्टिंग, मनोरंजन और बाकी खर्चे के लिए 54 लाख रुपए का भत्ता मिलेगा तो आंध्र प्रदेश के राज्यपाल 53 लाख के भत्ते हकदार होंगे. मध्य प्रदेश के राज्यपाल को 48.43 लाख रुपए मिलेंगे.
राज्यपाल के भत्तों में चार साल बाद बदलाव किया गया है. राज्यपालों की तनख्वाह को चार महीने पहले बढ़ाकर 3.5 लाख रुपए प्रति माह किया गया था.