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पाक सेना की गोलाबारी में बीएसएफ जवान सहित एक नागरिक की मौत

एक अगस्त तक पाकिस्तानी सेना ने 285 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है

Bhasha

सीमा पर दो दिन तक शांति बने रहने के बाद 21 सितंबर को फिर से गोलाबारी शुरू हो गई है. पाकिस्तानी सेना ने जम्मू, सांबा और पुंछ जिलों में भारतीय सीमा चौकियों पर रातभर गोलीबारी की. इसमें एक बीएसएफ जवान और एक नागरिक की मौत हो गई है. वहीं पांच जवानों समेत 25 अन्य लोग घायल हो गए.

भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार, एक अगस्त तक पाकिस्तानी सेना ने 285 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है. जबकि 2016 में पूरे साल में यह संख्या 228 थी.


अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू और सांबा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया, आर एस पुरा और रामगढ़ सेक्टर में गोलीबारी की है और मोर्टार दागे. उन्होंने 20 गांवों को निशाना बनाया है.

अधिकारियों ने बताया कि सांबा के रामगढ़ सेक्टर में बीएसएफ के दो जवान मामूली रूप से घायल हो गए. साथ ही आठ साल का एक लड़का भी घायल हो गया. एहतियात के तौर पर पुलिस ने 500 से ज्यादा लोगों को वहां से निकाला है. ये लोग अब एक शिविर में रह रहे हैं.

20 से अधिक गांव में पसरा है सन्नाटा, लोग कर रहे पलायन 

अरनिया निवासी प्रीतम चंद ने कहा, ‘अगर हम अपना घर छोड़कर नहीं जाते तो पाकिस्तानी सेना की ओर से दागे जा रहे मोर्टार बम हमें मार देंगे.’ न केवल अरनिया, बल्कि आसपास के 20 गांवों में भी सन्नाटा पसरा है क्योंकि लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.

एक गांववासी ने कहा, ‘जब मंत्री दिल्ली में अपने कार्यालयों से बैठकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के बारे में बयान देते हैं तो उसकी कीमत हम चुकाते हैं.’ स्थानीय लोगों ने सीमा पार से होने वाली गोलाबारी से बचने के लिए बंकर बनवाने की सरकार से मांग की है.

पिछले कुछ दिनों में अरनिया और आर एस पुरा में 20,000 से ज्यादा लोगों को अपने घरों और गांवों को छोड़कर जाना पड़ा है. तेरह से 18 सितंबर के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार गोलाबारी की गई.