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सीबीएसई टॉपर रक्षा गोपाल को क्यों पसंद हैं मोदी

रक्षा कहती हैं कि प्रधानमंत्री की 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' नीति से काफी प्रभावित हैं

Ravishankar Singh

सीबीएसई 12वीं के नतीजे घोषित हो गए हैं और हर बार की तरह इस बार भी बाजी लड़कियों ने मारी हैं. 12वीं में टॉप करने वाली एमिटी इंटरनेशनल स्कूल नोएडा की छात्रा रक्षा गोपाल ने 99.6 फीसदी मार्क्स हासिल किए हैं. रक्षा को 500 में से 498 नंबर आए हैं.

प्रधानमंत्री मोदी से बेहद प्रभावित?


रक्षा गोपाल फ़र्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए बताती हैं कि वह 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान से काफी प्रभावित हैं. रक्षा गोपाल का मानना है कि देश में सब को समान मौका मिलना चाहिए. लड़के-लड़कियों में भेदभाव नहीं करना चाहिए.

रक्षा ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी जी की नीतियों को काफी सपोर्ट करती हैं. देश में मोदी जी का प्रभाव दूसरे प्रधानमंत्रियों से अलग है.

क्या है रक्षा का सपना?  

17 साल की रक्षा ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. रक्षा आगे चलकर आईएफएस अफसर बनना चाहती है. रक्षा के पिता गोपाल श्रीनिवासन गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन में चीफ फाइनेंसर ऑफिसर हैं. जबकि, मां रजनी गोपाल गृहणी हैं.

नोएडा के एमिटी स्कूल में पढ़ने वाली रक्षा ने तीन विषयों इंग्लिश कोर, पॉलिटिकल साइंस और इकनॉमिक्स में 100 में से 100 अंक हासिल किए. साइकोलॉजी और हिस्ट्री में 100 में से 99 नंबर लाए हैं.

कौन सा कॉलेज है बेस्ट चॉइस?

रक्षा गोपाल फ़र्स्टपोस्ट हिंदी से बात करते हुए कहती हैं, ‘अभी तक हमने ग्रेजुएशन के लिए कोई कॉलेज पसंद नहीं किया है. मैं डीयू से पॉलिटिकल साइंस में ऑनर्स करना चाहती हूं. इकनॉमिक्स भी मेरा पसंदीदा विषय है.’

रक्षा गोपाल से जब फ़र्स्टपोस्ट हिंदी ने भविष्य की योजनाओं के बारे में सवाल पूछा तो रक्षा का जवाब था, 'अभी मेरा पूरा फोकस ग्रेजुएशन पर ही रहेगा. इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करुंगी.'

आमतौर पर सीबीएसई परीक्षा में साइंस को अच्छे अंक लाने की गारंटी माना जाता है. लेकिन रक्षा ने इस बात को गलत साबित कर दिया है. रक्षा की कामयाबी से उन छात्रों को हिम्मत मिलेगी जिन्हें आर्ट्स पढ़ने का मन तो होता है लेकिन, परिवार और दोस्तों के दबाव में साइंस या कॉमर्स ले लेते हैं.

कामयाबी का मूल मंत्र 

रक्षा कहती हैं, ‘मैंने परीक्षा से कुछ महीने पहले टेस्ट पेपर हल करना शुरू कर दिया था. इससे मुझे प्रश्नों के सटीक जवाब देने की प्रैक्टिस हो गई थी. उन्हें ये उम्मीद तो थी कि परीक्षा के बाद अच्छे नंबर आएंगे. लेकिन, टॉप करने की उम्मीद नहीं थी.’

रक्षा के मुताबिक परीक्षा के दिनों में स्ट्रेस दूर करने के लिए वह प्यानो बजाया करती थी. प्यानो बजा कर ही वह अपना स्ट्रेस दूर करती थी. अच्छे नंबर पाने के लिए उन्होंने 7-8 घंटे की पढ़ाई की.

दूसरे नंबर पर भूमि सावंत

रक्षा के बाद दूसरे नंबर पर भूमि सावंत चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. भूमि चंडीगढ़ की डीएवी स्कूल, सेक्‍टर-8 से हैं. उन्‍होंने 99.4 प्रतिशत हासिल किए हैं. तीसरे नंबर पर दो छात्रों ने जगह बनाई है. तीसरे नंबर के पोजिशन पर आदित्‍य जैन और मन्‍नत लूथरा हैं. दोनों एक ही स्‍कूल से आते हैं. दोनों छात्र चंडीगढ़ के भवन विद्या मंदिर में पढ़ते हैं. दोनों को ही 99.2 फीसदी अंक हासिल किए हैं.

इस बार 10 लाख 98 हजार 891 छात्रों ने 12वीं की परीक्षा दी थी. इसमें से 4 लाख 60 हजार 26 लड़कियां हैं और 6 लाख 38 हजार 865 लड़के हैं. रक्षा की मां रजनी कहती हैं, ‘रक्षा बचपन से ही पढ़ने को लेकर काफी उत्सुक थीं. दसवीं के बाद रक्षा ने पढ़ाई को लेकर ज्यादा सचेत हो गईं. पढ़ाई के साथ खेल-कूद और संगीत की भी अच्छी जानकारी रक्षा रखती हैं. वह सोशल साइट पर जाने से परहेज करती है.’