अभी तक डॉक्टर्स और विशेषज्ञ यही कहते रहे हैं कि आपके फिगर से अधिक आपका स्वास्थ्य अधिक महत्वपूर्ण है. विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि लोगों को अपने फिगर के शेप-साइज से अधिक स्वास्थ्य की चिंता करनी चाहिए.
फिगर को लेकर अधिक ऑबसेशन भी ठीक नहीं है. लेकिन जब यह ऑबसेशन किताबों के जरिए किशोरों के मन में डाला जाए तब क्या?
सोशल मीडिया पर इस दिनों एक किताब का कुछ ऐसा ही कंटेंट वायरल हो रहा है. यह किताब सीबीएसई की बारहवीं कक्षा के फिजिकल एजुकेशन के लिए लिखी गई है.
इस कंटेंट में लिखा गया है कि महिलाओं के लिए 36,24,36 साइज का फिगर बेस्ट है. साथ ही यह भी लिखा है कि पुरुषों के लिए वी शेप सबसे बेहतर है.
सीबीएसई या एनसीआरटी की यह आधिकारिक किताब नहीं है लेकिन 12 वीं कक्षा में फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई के लिए इस किताब को कई स्कूल बढ़ावा देते हैं. इस किताब को न्यू सरस्वती हाउस ने पब्लिश किया है और इसके लेखक डॉ. वीके शर्मा हैं.
इस पढ़ाई का आखिर उद्देश्य क्या है?
इस किताब में एक जगह पुरुष और महिलाओं के शारीरिक अंतरों के बारे में बताया गया है. इसमें एक सवाल है कि किस शेप की महिलाएं सबसे बेस्ट होती हैं.
इस सवाल के जवाब में किताब ने महिलाओं के तमाम तरह के फिगर का जिक्र करते हुए बताया है कि जिनकी फिगर 36,24,36 होती है वैसी महिलाएं सबसे बेस्ट होती हैं.
अपनी इस बात को पुष्ट करने के लिए किताब में ये भी लिखा गया है कि इसीलिए मिस वर्ल्ड या मिस यूनिवर्स जैसी प्रतियोगिताओं में इस तरह की बॉडी और फिगर को कंसिडर किया जाता है.
किताब में ये भी बताया गया है कि इस तरह का फिगर पाना सबके बस की बात नहीं है. ऐसे फिगर के लिए नियमित तौर पर कुछ स्पेशल एक्सरसाइज करने पड़ते हैं.
इस किताब के कंटेंट ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है कि आखिर बच्चों को ये किस तरह की शिक्षा दी जा रही है.