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CBI में घमासान LIVE Updates: छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ आलोक वर्मा ने SC में दायर की अर्जी

केंद्र सरकार ने सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है

FP Staff
16:05 (IST)

आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में खुद को छुट्टी पर भेजे जाने के खिलाफ याचिका दायर की है. इसमें उन्होंने लिखा कि कामकाज की स्वतंत्रता के लिए CBI डायरेक्टर के 2 साल के कार्यकाल को कानूनन मान्यता मिली हुई है. केंद्र का यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट के CBI की आजादी को लेकर दिए गए निर्देशों के खिलाफ है.

15:57 (IST)

सांसद और AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा को राहत देगी. मैं यह जानना चाहता हूं कि CVC ने कौन सी धाराओं के तहत उन्हें हटाया है. प्रधानमंत्री क्यों एक भ्रष्ट अधिकारी को बचा रहे हैं? सभी संवैधानिक संस्थाओं पर खतरा मंडरा रहा है.'

15:54 (IST)

नागेश्वर राव को CBI का अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किए जाने पर DMK अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि उनके खिलाफ CBI डायरेक्टर को कई बार शिकायतें भेजी गई थीं. ऐसी रिपोर्ट थी कि आलोक वर्मा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करवाना चाहते थे 

15:36 (IST)

नागेश्वर राव को CBI का अंतरिम डायरेक्टर नियुक्त किए जाने पर DMK अध्यक्ष एमके स्टालिन ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा, 'उनके खिलाफ CBI डायरेक्टर को कई बार शिकायतें भेजी गई थीं. ऐसी रिपोर्ट थी कि आलोक वर्मा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करवाना चाहते थे' 

15:32 (IST)

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग और सीबीआई के कामकाज में दखल पहले भी होते रहे हैं. सीबीआई मामले का खुलासा होना देश के लिए चिंता की बात है, यह अच्छी बात है कि जिसमें केंद्र सरकार का भी दखल होता है अब वो मामला सुप्रीम कोर्ट में आया है

14:55 (IST)

आलोक वर्मा-राकेश अस्थाना विवाद की जांच के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में SIT गठन के लिए अर्जी दायर की गई है. याचिका में सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज को भी शामिल करने की मांग उठाई गई है

14:49 (IST)

शिवसेना ने CBI घटनाक्रम को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार और बीजेपी पर हमला बोला है. पार्टी के सांसद अरविंद सावंत ने कहा, आने वाले संसद के सत्र में यह बड़ा मुद्दा बनेगा

14:41 (IST)

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने CBI में मचे घमासान पर ट्वीट कर कहा, 'आलोक वर्मा राफेल घोटाले के कागजात इकट्ठा कर रहे थे. उन्हें जबरदस्ती छुट्टी पर भेज दिया गया. प्रधानमंत्री का मैसेज एकदम साफ है जो भी राफेल के इर्द-गिर्द आएगा- उसे हटा दिया जाएगा. मिटा दिया जाएगा. देश का संविधान खतरे में है.' 

14:36 (IST)

CBI के जांच अधिकारी ए.के बस्सी जिनका तबादला पोर्ट ब्लेयर किया गया है उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब देने से इनकार किया

14:33 (IST)

CBI के नए नियुक्त अंतरिम डायरेक्टर नागेश्वर राव विजय माल्या और अगस्ता वेस्टलैंड मामले समेत सभी संवेदनशील केसों को खुद देखेंगे 

12:49 (IST)

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सीवीसी ने कल की मीटिंग में कहा कि अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच ये दोनों अधिकारी (आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना) या फिर इन दोनों के सुपरविजन वाली कोई एजेंसी नहीं कर सकती. इसलिए इन्हें छुट्टी पर भेजा जाना चाहिए. यही सबसे निष्पक्ष तरीका होगा. सीवीसी का निर्देश और सरकार का एक्शन सीबीआई की निष्पक्षता और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए है.

12:38 (IST)

अरुण जेटली ने आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने के संबंध में कहा कि अधिकारी अपने ऊपर लगे आरोपों की जांच नहीं कर सकते. इसलिए सीवीसी के निर्देश के बाद उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने का फैसला लिया गया.

12:37 (IST)

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- मामले की जांच एसआईटी करेगी. ये सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं. आरोप लगाने वाले पर भी आरोप लगा है. कौन गलत है ये बिना जांच के पता कैसे चलेगा. देश सीबीआई की निष्पक्षता जानता है. 

12:33 (IST)

अरविंद केजरीवाल समेत कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों द्वारा लगाए जा रहे ये आरोप की सीबीआई डायरेक्ट का ट्रांसफर राफेल डील की जांच को रोकने के मकसद से किया गया है, अरुण जेटली ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये सब बकवास है. क्या विपक्ष को पता है कि सीबीआई के भीतर क्या चल रहा है?

12:30 (IST)

जेटली ने कहा- सीबीआई के दो बड़े अधिकारियों पर आरोप लगा है. कौन सही कौन गलत इसकी जांच की जाएगी. सीबीआई के अधिकारियों ने सीवीसी को ही शिकायत भेजी. आरोपों का जांच सरकार नहीं करेगी. दोनों आरोपी अधिकारी छुट्टी पर रहेंगे. सीवीसी के पास जांच के अधिकार मौजूद है. 

12:25 (IST)

सीबीआई संकट पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- हर गंभीर मामला सीबीआई को जाता है. सीबीआई मुख्य जांच एजेंसी है. सीबीआई में विचित्र, दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति बन गई है. स्पेशल डायरेक्टर पर आरोप लगे हैं. ये बहुत बड़ी बात है. 

12:23 (IST)

प्रधानमंत्री ने सीबीआई डायरेक्टर और उनके सहयोगियों को हटाने का जो काम सीधे तरीके से नहीं कर पाए वो उन्होंने सीवीसी की आड़ लेकर कर दिया. सीबीआई डायरेक्टर का ट्रांसफर किया गया क्योंकि वो राफेल डील पर जांच को हरी झंडी देने वाले थे: रणदीप सुरजेवाला

12:21 (IST)

पीएम मोदी ने स्वतंत्र एजेंसी के बतौर सीबीआई की आजादी पर आखिरी कील ठोक दी है. सीबीआई को छिन्न-भिन्न करने का काम उन्होंने पूरा कर दिया है. प्रधानमंत्री का सीबीआई के भरोसे और विश्नसनीयता पर सिस्टेमैटिक अटैक ने उसकी क्रेडिबिलिटी को खत्म कर दिया है: कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला

12:20 (IST)

सीताराम येचुरी ने कहा- उन्हें नहीं पता कि सीबीआई राफेल डील के बारे में डांच कर रही थी या नहीं लेकिन अगर कर रही थी तो शायद इसी वजह से सरकार, पीएम और उनके चुनिंदा अधिकारियों की सुरक्षा की जा रही है. येचुरी ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि जो ऑफिसर अस्थाना के केस की जांच कर रहे थे उन्हें काला पानी पोर्ट ब्लेयर क्यों भेज दिया गया. 

12:19 (IST)

सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने सीबीआई के खिलाफ एक राजनीतिक कूप तैयार किया है. अब वह सीबीआई मुख्यालय में कई अधिकारियों और डायरेक्टरों का ट्रांसफर करने में लगे हैं लेकिन पीएम के कुछ चुने हुए अधिकारियों का कोई कुछ नहीं कर पा रहा है.

12:08 (IST)

सीबीआई के एडिशनल डायरेक्टर एके शर्मा को मल्टी डिसीप्लीनरी मॉनीटरिंग एजेंसी (MDMA) में ट्रांसफर कर दिया गया है. सूत्रों की मानें तो शर्मा सीबीआई चीफ आलोक वर्मा के काफी करीबी थे और सीबीआई विजिलेंस यूनिट की देखरेख करते थे. 

12:07 (IST)

सरकार ने आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने का फैसला लेने से पहले बाकायदा लीगल एक्सपर्ट और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन से मशविरा किया. सेंट्रल विजिलेंस कमीशन ही सीबीआई को सुपरवाइज करती है. आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना दोनों ने एकदूसरे के ऊपर रिश्वत लेने के आरोप लगाए थे. जिसकी वजह से एजेंसी की साख पर धब्बा लगा था. एक अधिकारी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एजेंसी पर कौन भरोसा करेगा अगर इस तरह टॉप पोस्ट पर बैठे लोग करेंगे? 

12:04 (IST)

अस्थाना के केस की जांच कर रहे डीएसपी अजय बस्सी का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. अजय बस्सी को पोर्टब्लेयर ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके अलावा स्पेशल यूनिट के डीआईजी अनीष प्रसाद का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. उनकी जगह डीआईजी केआर चौरसिया को स्पेशल यूनिट का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. सूत्रों की मानें तो स्पेशल यूनिट अपने कुछ टॉप सरकारी अधिकारियों का गलत इस्तेमाल करता था.

11:56 (IST)

अस्थाना के मामले की जांच से जुड़े एंटी करप्शन यूनिट 3 के डीआईजी एमके सिंह को सीबीआई मुख्यालय से निकाल दिया गया है. वहीं सिन्हा को नागपुर ट्रांसफर कर दिया गया है. एजेंसी का कहना है कि लोगों की भलाई को देखते हुए ये कदम उठाना जरूरी था. सूत्रों के अनुसार अस्थाना पर आरोप है कि वह दिल्ली के टॉप ब्यूरोक्रेट्स पर जासूसी करवा रहे थे. 

11:41 (IST)

सीबीआई मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई निदेशक को जबरन छुट्टी पर भेजकर, सीबीआई मुख्यालय में छापा कौन डलवा रहा है? सुना है 'राफेल-डील' पर जांच शुरू करने जा रहे थे छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई निदेशक. उन्हें हटाकर राफेल से जुड़े कागज़ तलाशे जा रहे है क्या?

11:34 (IST)

छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा पहुंचे सुप्रीम कोर्ट. 26 अक्टूबर 2018 को होगी उनके केस की सुनवाई.

11:30 (IST)

सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर अरुण कुमार शर्मा, ए साई मनोहर के अलावा कई और नाम सामने आए हैं जिनका ट्रांसफर कर दिया गया है. 

11:27 (IST)

इसके साथ ही दो और अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन लिया गया है. मनीष सिन्हा और एके शर्मा नाम के दो अधिकारियों को भी हटाया गया है. इसके साथ कुछ और नाम भी शामिल हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर ही सीबीआई के खिलाफ ये बड़ी कार्रवाई की गई है. 

11:25 (IST)

इसके अलावा अस्थाना के केस की जांच कर रहे डीएसपी अजय बस्सी का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. अजय बस्सी को पोर्टब्लेयर ट्रांसफर कर दिया गया है जबकि एडिशनल एसपी एसएस गुम को जबलपुर ट्रांसफर कर दिया गया है. 

11:21 (IST)

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि कोई रूम सील नहीं किया गया था. इससे पहले खबर आ रही थी कि सीबीआई ऑफिस के 10वें और 11वे फ्लोर को सील कर दिया गया है और जांच चल रही है.

सीबीआई में शीर्ष अधिकारियों के बीच जारी बड़ी जंग के बीच केंद्र सरकार ने अब इस मामले में दखल दे दिया है. केंद्र सरकार ने सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है. आलोक वर्मा की जगह एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर का कार्यभार सौंपा गया है. राव सीबीआई में अभी ज्वाइंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे थे.

वहीं आज सुबह सीबीआई ऑफिस के 10वें और 11वें फ्लोर को सीज कर दिया गया है. इन दोनों फ्लोर पर सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के ऑफिस हैं. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक दोनों फ्लोर पर दोपहर 2 बजे तक सीबीआई के किसी भी अधिकारी के मूवमेंट पर रोक लगाई गई है. दोनों दफ्तरों के फाइल्स को भी कोई अधिकारी हाथ नहीं लगा पाएगा.

बुधवार सुबह कार्यभार संभालते ही नागेश्वर राव ने सीबीआई के मुख्यालय में दोनों फ्लोर को सीज कर दिया. बताया जा रहा है कि जांच अभी भी चल रही है. इसके साथ ही दो और अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन लिया गया है. मनीष सिन्हा और एके शर्मा नाम के दो अधिकारियों को भी हटाया गया है. इसके अलावा अस्थाना के केस की जांच कर रहे डीएसपी अजय बस्सी का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर ही सीबीआई के खिलाफ ये बड़ी कार्रवाई की गई है.

बता दें कि एजेंसी ने अपने ही स्पेशल डायरेक्टर अस्थाना पर केस दर्ज किया है. एफआईआर में उन पर मांस कारोबारी मोइन कुरैशी से 3 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है. सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस मामले में दखल दिया था. डायरेक्टर वर्मा की पीएम से मुलाकात हुई और एक घंटे के अंदर ही केस से जुड़े डीएसपी रैंक के अधिकारी देवेंद्र कुमार गिरफ्तार हो गए. कुछ देर बाद तमाम अधिकारियों के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी शुरू कर दी.

कोर्ट अस्थाना के मामले की सुनवाई 29 अक्टूबर 2018 को करेगा

इससे पहले खबर थी कि रिश्वतखोरी के आरोपों में घिरे सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर अपने खिलाफ दायर हुए एफआईआर को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट गए थे, जिसपर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की तारीख दे दी थी. कोर्ट अस्थाना के मामले की सुनवाई 29 अक्टूबर 2018 को करेगा. सीबीआई की ओर से दाखिल एफआईआर के खिलाफ राकेश अस्थाना मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे थे. उन्होंने याचिका दाखिल कर कहा था कि उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न हो. इस पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए 29 अक्टूबर की तारीख देते हुए कहा है कि तब तक के लिए अस्थाना की गिरफ्तारी न की जाए.

नागेश्वर राव तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं

न्यूज 18 से बात करते हुए सीबीआई प्रमुख डीआर कार्तिकेय ने बताया कि सरकार को इस मामले में पहले ही ठोस कदम उठाने चाहिए थे तो फिर अब ऐसी नौबत नहीं आती. मामले को पहले ही रोका जा सकता था. आलोक वर्मा की जगह एम. नागेश्वर राव को अंतरिम डायरेक्टर का कार्यभार सौंपा गया है. एम. नागेश्वर राव तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं. वह 1986 बैच के ओडिशा कैडर से हैं.

बिजनेसमैन सतीश बाबू ने अस्थाना को दिए थे 3 करोड़ रुपए

दरअसल हैदराबाद के एक बिजनेसमैन सतीश बाबू सना की शिकायत के आधार पर सीबीआई के दूसरे नंबर के शीर्ष अधिकारी राकेश अस्थाना पर दर्ज एफआईआर में इस बात का दावा किया गया था कि उन्होंने सीबीआई स्पेशल डायरेक्टर को पिछले वर्ष लगभग 3 करोड़ रुपए दिए थे. सना का यह बयान सीआरपीसी की धारा 164 के अंतर्गत मैजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया गया था जो कि कोर्ट में भी मान्य है. मोइन कुरैशी से 50 लाख रुपए लेने के मामले में सना भी जांच के घेरे में था. इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी का नेतृत्व राकेश अस्थाना कर रहे थे. दावा किया गया है कि पिछले वर्ष डीएसपी देवेंद्र कुमार द्वारा की गई पूछताछ में दुबई के एक इन्वेस्टमेंट बैंकर मनोज प्रसाद ने उन्हें सीबीआई से उनके अच्छे संबंधों के बारे में बताया था.

इस मामले में 16 अक्टूबर 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी

सिर्फ इतना ही नहीं, इस मामले में यह भी बताया गया कि उनका भाई सोमेश उसकी इस केस से बाहर निकलने में मदद करेगा. सना ने कहा था कि वह मनोज को लगभग 10 वर्षों से ज्यादा समय से जानता है. सूत्रों के अनुसार, इस मामले में 16 अक्टूबर 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के अलावा खुफिया एजेंसी रॉ के भी एक बहुत सीनियर अधिकारी का नाम शामिल है.