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बजट में राष्ट्रपति का बंपर इंक्रीमेंट, अब इतनी हो गई है सैलरी

प्रस्ताव पर मुहर लगाने के लिए इसे संसद में भेजा जाएगा. इसी बजट सत्र में इसके पारित होने की उम्मीद

FP Staff

इस बार के बजट में वैसे तो घोषणाएं कई हुईं लेकिन एक खास ऐलान था जिसपर सबकी निगाहें टिक गईं. बजट 2018 में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपालों की तनख्वाह में कई गुना बढ़ोतरी की गई है.

राष्ट्रपति की सैलरी फिलहाल 1.5 लाख है, जिसे बढ़ा कर 5 लाख रुपए प्रति माह किया गया है. उपराष्ट्रपति की तनख्वाह पहले 1.10 लाख रुपया हुआ करती थी. अब यह 4 लाख रुपए प्रति माह होगी. इसी क्रम में राज्यपालों की सैलरी भी अच्छी-खासी बढ़ाई गई है. अब राज्यपाल हर महीने 3.5 लाख रुपए पाएंगे.


बढ़ोतरी का हिसाब लगाएं तो राष्ट्रपति की सैलरी में लगभग 200 परसेंट का इजाफा हुआ है. हालांकि इस पर मुहर लगाने के लिए यह प्रस्ताव संसद में भेजा जाएगा. इसी बजट सत्र में इस प्रस्ताव के पारित होने की उम्मीद है. अगर संसद से इसे हरी झंडी मिल जाती है तो फरवरी, 2016 से इसे लागू मानेंगे.

साल 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने अपनी ही सैलरी में 300 परसेंट का इजाफा करने वाला कानून पारित कराया था. तब उनकी तनख्वाह मात्र 50 हजार रुपए प्रति माह हुआ करती थी. पाटिल ने उसी साल उपराष्ट्रपति की सैलरी बढ़ाने वाला कानून भी पारित किया था. तब के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को 40 हजार रुपए से बढ़कर 1.25 लाख रुपए की सैलरी मिलनी शुरू हुई.