26 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार एक बड़ा बदलाव है. हर साल हम सैन्य सेवाओं से जुड़े बाइकर्स के स्टंट देखते हैं. इस बार ये स्टंट महिला बाइकर्स करेंगी.
बीएसएफ की 113 महिला बाइकर्स इस बार 350 सीसी की रॉयल एनफील्ड पर तमाम करतब दिखाएंगी. इस टुकड़ी की अगुवाई लद्दाख में बीएसएफ की सब इंस्पेक्टर स्टैन्जीन नॉरयांग (28) करेंगी. खास बात ये है कि नॉयरांग को सर्विस जॉइन करने से पहले बाइक चलाना नहीं आता था. अब वो एक बाइक पर दस और लोगों के साथ स्टंट करती हैं. बीएसएफ के 'सीमा भवानी' नाम के इस दल में ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जो पहले बाइक चलाना नहीं जानती थी, लेकिन वे अब एक्सपर्ट हो चुकी हैं.
इस टीम में देश के लगभग सभी प्रदेशों के सदस्य शामिल हैं. सबसे ज्यादा 20 सदस्य पंजाब से हैं, उसके बाद पश्चिम बंगाल से 15, मध्यप्रदेश से 10, महाराष्ट्र से नौ, उत्तर प्रदेश से आठ, असम व बिहार से सात-सात, ओडिशा से छह और राजस्थान, मणिपुर व गुजराज से पांच-पांच, जम्मू एवं कश्मीर व छत्तीसगढ़ से तीन-तीन, कर्नाटक, उत्तराखंड, दिल्ली और केरल से दो-दो और मेघालय व हिमाचल प्रदेश से एक-एक सदस्य इस टीम में शामिल हैं.
पुरुषों की जगह महिलाओं की स्टंट टीम का विचार बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा का था. दल में शामिल 15 महिलाएं विवाहित हैं और 113 की अभी शादी नहीं हुई है. महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद ये टीम गणतंत्र दिवस पर करतब दिखाने को तैयार है.