सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारत स्टेज 3 (BS3) मानक वाले वाहनों की बिक्री 1 अप्रैल से बंद कर दी गई. इसके बाद कई वाहन कंपनियों ने आनन-फानन में भारी छूट के साथ ऐसी वाहनों की बिक्री की. नतीजतन 2 दिन में ऐसे सात लाख से ज्यादा वाहन बिक गए.
फिर भी 1 लाख 40 हजार भारत स्टेज 3 (BS3) मानक वाले वाहन स्टॉर में बची रह गई. शीर्ष अदालत का आदेश 29 मार्च को आया था. उस समय देश में आठ लाख से ज्यादा बीएस3 वाहन थे. इनमें अधिकतर दुपहिया वाहन थे.
इकॉनमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, स्टॉक में बच गए 1 लाख 40 हजार बीएस3 वाहनों की कीमत करीब 5633 करोड़ रुपए की है.
वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने बताया कि भारी छूट पर वाहन बेचने से ऑटो उद्योग को करीब 1,200 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है.
उन्होंने बताया, 'बचे हुए वाहनों की बिक्री के लिए या तो उन्हें बीएस4 में अपग्रेड किया जाएगा या फिर उनका निर्यात कर नुकसान यथासंभव कम करने का प्रयास किया जा सकता है.'