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70 साल की उम्र में कैंसर से जूझ रहे विनोद खन्ना का निधन

विनोद खन्ना कैंसर से जूझ रहे थे

FP Staff

विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वो मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती थे. विनोद खन्ना कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. 70 साल के विनोद खन्ना कई महीनों से बीमार चल रहे थे.

विनोद खन्ना मुंबई के एचएन रिलांयस हॉस्पिटल में करीब एक महीने से भर्ती थे. डॉक्टरों ने उनकी हालत को स्थिर बताया था. हॉस्पिटल ने बयान जारी कर कहा है कि विनोद खन्ना ने 11 बजकर 20 मिनट पर आखिरी सांस ली. उन्हें ब्लैडर कैंसर था. अपने लंबे बॉलीवुड करियर में विनोद खन्ना ने 100 से ज्यादा फिल्में की. इसके साथ ही वो सक्रिय राजनेता भी रहे.


कैंसर से जूझ रहे विनोद खन्ना की एक तस्वीर हाल ही में मीडिया में आई थी. जिसके बाद उनकी बीमारी का पता चला था. बाद में उनकी बीमारी की डिटेल्स परिवार और अस्पताल ने मीडिया को बताई थी. पूरे देश विनोद खन्ना की बीमारी जानकर सदमे में था. उनके जल्दी सेहतमंद होने की दुआएं की जा रही थी. लेकिन आखिर कैंसर की बीमारी से विनोद खन्ना हार गए. उनके निधन से पूरा बॉलीवुड सन्न है.

70 और अस्सी के दशक में विनोद खन्ना बॉलीवुड के स्टार रहे. उन्होंने मन का मीत फिल्म से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी. सुनील दत्त की इस फिल्म में उनका निगेटिव किरदार था. इसके बाद उन्होंने निगेटिव किरदार वाली कई फिल्में की. मेरे अपने, मेरा गांव मेरा देश, इम्तिहान, इनकार, अमर अकबर अंथोनी, लहू के दो रंग, कुर्बानी दयावान और जुर्म उनकी यादगार फिल्में हैं.

फिल्म हाथ की सफाई के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था. 1999 में उन्हें फिल्म फेयर की तरफ से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला था. 1982 में अपने करियर पर पीक के दौरान उन्होंने संन्याष का एलान कर दिया था. वो पांच साल तक ओशो के आश्रम में रहे. इसके बाद उन्होंने दोबारा फिल्मों में वापसी की. अंतिम बार वह वर्ष 2015 में शाहरूख खान अभिनीत ‘दिलवाले’ में नजर आए थे.

विनोद खन्ना चार बार पंजाब के गुरुदासपुर से सांसद रहे. 2002 में वे संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय में मंत्री रहे. इसके बाद वे विदेश मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री बने.

6 अक्टूबर 1946 को पेशावर के एक पंजाबी परिवार में उनका जन्म हुआ था. उन्होंने मुंबई और दिल्ली में पढ़ाई की.

विनोद की पहली शादी 1971 में गीतांजली से हुई थी. पहली शादी से दो बेटे राहुल खन्ना और अक्षय खन्ना हैं. ओशो के अनुनायी बनने के बाद परिवार से दूरी बन गई और उनकी पहली शादी टूट गई. फिर उन्होंने 1990 में कविता से शादी की. दूसरी शादी से उनके एक बेटा साक्षी और एक बेटी श्रद्धा हैं.