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बंगाल में पेड़ से लटका मिला युवक का शव, 'BJP के लिए काम करने की मिली सजा'

बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि राज्य में पार्टी के 18 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार के इशारे पर हुआ है

Bhasha

पुरूलिया जिले में 18 साल के एक युवक का शव बुधवार को उसके घर के नजदीक पेड़ पर लटका पाया गया. बीजेपी का दावा है कि यह लड़का पार्टी का कार्यकर्ता था.

इस घटना पर बीजेपी ने राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी ने ‘कम्युनिस्ट शासन की हिंसक विरासत’ को भी पीछे छोड़ दिया है.’ जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि त्रिलोचन महतो के शव के पास बांग्ला भाषा में लिखा एक नोट मिला है, जिसमें लिखा हुआ है कि उसे हाल ही राज्य में हुए पंचायत चुनाव में ‘बीजेपी के लिए काम करने के लिए दंडित किया गया है.’


अधिकारी ने नोट के हवाले से बताया, ‘तुम सिर्फ 18 साल के हो लेकिन तुम बीजेपी से जुड़े हुए हो और इसने तुम्हारी जान ले ली. मैं तुम्हें पंचायत चुनाव से वक्त से ढूंढ़ रहा था और अब तुम मारे गए.’ उन्होंने बताया कि बुधवार शाम लड़का घर से मुश्किल से तीन किलोमीटर दूर ही गया था लेकिन वापस नहीं लौटा. उसने रात में अपने भाई को फोन करके बताया था कि उसे अगवा कर लिया गया है. और उसे बचाने को कहा था.

अधिकारी ने कहा,‘उसके परिजन ने हमें इसकी सूचना दी थी. लेकिन रातभर तलाशने के बावजूद हम उसे ढूंढ नहीं पाए.’ सुबह बलरामपुर गांव में उसका शव पाया गया. इस संबंध में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.

शाह का ट्वीट, व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान

शाह ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के बलरामपुर में हमारे युवा कार्यकर्ता, त्रिलोचन महतो की निर्मम हत्या से गहरा दुख हुआ. संभावनाओं से भरा एक युवा जीवन राज्य के संरक्षण में बर्बरता से छीन लिया गया. उन्हें पेड़ से लटका दिया गया क्योंकि उनकी विचारधारा राज्य प्रायोजित गुंडों से अलग थी.’

शाह ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार ने कम्युनिस्ट शासन की हिंसक विरासत को भी पीछे छोड़ दिया है. पूरी बीजेपी इस दुखद घटना पर शोकाकुल है और दुःख की इस घड़ी में त्रिलोचन महतो के परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी है. संगठन और विचारधारा के लिए उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.’

सरकार के इशारे पर मारे गए कार्यकर्ता

बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि राज्य में पार्टी के 18 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार के इशारे पर हुआ है.

पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने बताया कि युवक पार्टी से जुड़ा था और उन्होंने सवाल किया कि क्या यही लोकतंत्र है जहां एक युवक को सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है क्योंकि वह बीजेपी से जुड़ा है. वहीं तृणमूल के जिला स्तर के एक नेता ने इन आरोपों को निराधार बताया है.