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उत्तर कर्नाटक को अलग राज्य बनाने की मांग पर बीजेपी का यूटर्न, अपने नेताओं से कहा, नहीं करें बंद का समर्थन

बता दें कि अलग राज्य की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने राज्य के 13 जिलों में बंद का ऐलान किया है

FP Staff

उत्तर कर्नाटक को अलग राज्‍य बनाने की उठ रही मांग अब कमजोर पड़ गई है. इस मामले पर बीजेपी ने यू टर्न ले लिया है जबकि मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी बातचीत के जरिए आंदोलनकारियों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं.

कर्नाटक में अलग राज्य की मांग बीजेपी के नेताओं ने ही रखी थी. लेकिन बाद में जब बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं को लगा कि अलग राज्य की मांग से पार्टी को नुकसान हो सकता है तो उन्होंने इस मुद्दे पर यू-टर्न ले लिया. ऐसे में उत्तर कर्नाटक संघर्ष समिति ने अलग राज्य की मांग को लेकर 2 अगस्त को राज्य के 13 जिलों में बंद बुलाया है.


राज्य के बीजेपी अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा मंगलवार को मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में बेलगाम गए और उन्होंने कार्यकर्ताओं को अलग राज्य की मांग छोड़ने का अनुरोध किया. उन्होंने मौजूदा संकट के लिए कुमारस्वामी सरकार को दोषी ठहराया और उत्तर में दो प्रमुख क्षेत्रों - मुंबई-कर्नाटक और हैदराबाद-कर्नाटक के पूरे दौर के विकास की मांग की. मंगलवार को कुमारस्वामी ने उत्तरी कर्नाटक के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने लोगों से वादा किया कि वो उनकी परेशानियों को समझने के लिए इस क्षेत्र के सभी 13 जिलों का दौरा करेंगे. कुमारस्वामी ने कहा कि अलग राज्य की मांग बीजेपी प्रायोजित राजनीतिक नाटक है.

बीजेपी की राज्य को बांट कर शासन करने की चाल 

20 से ज़्यादा उत्तर कर्नाटक संगठन ने भी अलग-अलग राज्य की मांग का विरोध किया है. कांग्रेस ने भी इस मांग के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहराया है.

राज्य कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडुराओ ने कहा कि ये बीजेपी की राज्य को बांट कर शासन करने की चाल थी. उन्होंने कहा, 'बीजेपी बेताब है. वे लोकसभा चुनाव 2019 से पहले परेशानी में हैं. वे वोट पाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन इससे बीजेपी को खुद नुकसान होगा.'

उत्तरा कर्नाटक रायठा संघ ने उन नेताओं की आलोचना की है जिन्होंने मंगलवार को बेंगलुरु में कुमारस्वामी से मुलाकात की. न्यूज 18 से बात करते हुए इसके अध्यक्ष बसवराजा करिगारा ने कहा कि वे बंद के साथ आगे बढ़ेंगे और गुरुवार को अलग जगह उत्तर कर्नाटक का ध्वज भी फहराएंगे.

उन्होंने सभी 13 जिलों में बंद का समर्थन करने के लिए दुकानों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के लिए कहा है. वो दोनों क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन को भी बाधित करने की योजना बना रहे हैं.

न्यूज़ 18 से बात करते हुए कुमारस्वामी ने एक बार फिर से आंदोलनकारियों को मांग छोड़ने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा 'ये राज्य को विभाजित करने के लिए बीजेपी की साजिश है. उनका पर्दाफाश हो गया है. इसके कारण वे अब हमें दोषी ठहरा रहे हैं. वोटों के लिए ऐसे ड्रामे कभी सफल नहीं होंगे.'

कुमारस्वामी ने लोगों की शिकायतों का समाधान करने के लिए बेंगलुरु से उत्तर कर्नाटक के कई महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों को स्थानांतरित करने का भी फैसला लिया है.

बीजेपी ने अपने नेताओं से कहा है कि वे बंद का समर्थन न करें. बीजेपी ने कहा कि वो उन लोगों के साथ है जो वास्तव में महसूस करते हैं कि उनके क्षेत्रों को नजरअंदाज कर दिया गया है और उन लोगों के साथ नहीं जो राज्य को विभाजित करना चाहते हैं.

(न्यूज 18 के लिए डी.पी सतीश की रिपोर्ट)