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बिहार सेक्स कांड: उत्तराखंड के पौड़ी से गिरफ्तार हुआ पिता के साथ निखिल प्रियदर्शी

पुलिस टीम दोनों को लेकर उत्तराखंड से निकल चुकी है और उनके बुधवार को पटना पहुंचने की उम्मीद है.

Kanhaiya Bhelari

बिहार के चर्चित नाबालिग सेक्सकांड का मुख्य आरोपी निखिल प्रियदर्शी गिरफ्तार कर लिया गया है. निखिल की गिरफ्तारी उत्तराखंड के पौड़ी में एक गेस्ट-हाउस से की गयी है. जिस वक्त ये गिरफ्तारी हुई उस वक्त निखिल प्रियदर्शी के पिता भी उसके साथ थे.

निखिल के साथ उसके रिटायर्ड आईएएस पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके पहले शनिवार को निखिल के तीन दोस्तों और उसके बड़े भाई मनीष प्रियदर्शी को भी दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था.


इन लोगों से मिले इनपुट के आधार पर आखिरकार पुलिस को सुराग मिला और और मंगलवार सुबह पुलिस की दबिश में दोनों बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया.

फ़र्स्टपोस्ट ने जब इस बारे में पटना के डीएम और एसएसपी मनु महाराज से जानकारी मांगी तो उन्होंने गिरफ्तारी की पुष्टि की.

पिता पुत्र गिरफ्तार

ये गिरफ्तारी डीएसपी सिबली नोमानी की अगुवाई में की गई. गिरफ्तारी के समय निखिल अपने पिता के साथ एक ऑडी कार में सवार था.

ऐसा कहा जा रहा है कि ढाई महीने से ये मामला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए परेशानी का सबब बन गया था और वे मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर खासे नाराज चल रहे थे.

चूंकि, केस एससी-एसटी थाने में दर्ज था तो इसकी जांच सीआईडी के आईजी अनिल यादव कर रहे थे. लेकिन विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केस में सफलता न मिलता देख डीआईजी शालीन को केस देखने के लिए कहा था. जिसके बाद पुलिस के हाथ ये बड़ी सफलता लगी है.

आरोपी निखिल प्रियदर्शी और ब्रजेश पांडेय (तस्वीर- एफबी)

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पुलिस टीम दोनों को लेकर उत्तराखंड से निकल चुकी है और उनके बुधवार को पटना पहुंचने की उम्मीद है.

इस मामले में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ब्रजेश पाण्डेय भी आरोपी हैं. ब्रजेश पांडेय हाल तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष थे.

इस मामले में नाम आने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. पीड़ित लड़की एक पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दबंग नेता की बेटी है.

बीजेपी नेता सुशील मोदी इस मसले पर सरकार को विधानसभा में घेरने की पूरी तैयारी कर रखी है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पीड़ित लड़की को आश्वासन देते हुए कहा था कि, ‘हमारी सरकार न किसी को फंसाती है और न ही किसी को बचाती है.’

जिस पर पीड़ित लड़की और उसके परिवार ने भरोसा जताया था.