सरकारें अक्सर मुआवजे का एलान करती हैं. लेकिन जमीनी स्तर पर कई बार ऐसा होता है जब परिजनों को एक पैसा तक नहीं मिलता है. ऐसा ही एक मामला बिहार में सामने आया है. जिसमें सुकमा हमले में शहीद हुए जवान रंजीत कुमार के परिजनों को बिहार सरकार द्वारा दिया चेक बाउंस हो गया. शहीद के परिवार को मुआवजे की रकम नहीं मिल पाई. शहीद रंजीत कुमार शेखपुरा जिले के रहने वाले थे.
हाल ही में सुकमा हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे, जिनमें से छह बिहार से थे. सीएनएन- न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, चेक जमा कराने के पांच दिन बाद बैंक ऑथोरिटी ने परिजनों को बुलाया और उनसे कहा कि अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस नहीं है.
आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुकमा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों को पांच लाख रुपए मुआवजा देने का एलान किया था.
इससे पहले छत्तीसगढ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में शहीद अभय के परिजनों ने बिहार सरकार द्वारा दिये गए मुआवजे की राशि लेने से इंकार कर दिया था. परिजनों ने कहा था कि किसी दुर्घटना या फिर अवैध शराब पीकर मरने वालों को सरकार 4 लाख रुपये देती है. अभय तो देश के लिए शहीद हुआ है ऐसे में उनके परिजनों को मात्र 5 लाख रुपए ही क्यों?
परिजन इस बात से भी नाराज हैं कि सरकार ने शहीदों का सम्मान तक नहीं किया. जिला प्रशासन की ओर से महुआ एसडीओ चेक देने परिजनों के पास गये थे जिन्हें परिजनों ने चेक वापस कर दिया जिसके बाद उन्हे बैरंग लौटना पड़ा था.