बीएचयू कैंपस में हुए बवाल के बाद वाराणसी के कमिश्नर ने रिपोर्ट पेश कर दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएचयू में हुए बवाल और हिंसा के लिए प्रशासन जिम्मेदार है.
इसके बाद ही खबर आई कि दिल्ली से वीसी गिरीश चंद्र त्रिपाठी को सम्मन किया गया है. मंगलवार की सुबह वीसी दिल्ली के लिए निकल भी गए. कहा जा रहा था कि त्रिपाठी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दिल्ली बुलाया है. लेकिन इस खबर को नकार दिया गया है.
यूनिवर्सिटी के एक प्रवक्ता का कहना है कि बीएचयू की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की तिमाही बैठक में शामिल होने के लिए वीसी दिल्ली गए हुए हैं.
बाद में सीएनएन न्यूज-18 से बातचीत में वीसी त्रिपाठी ने भी कहा कि वो दिल्ली इस बैठक में हिस्सा लेने आए थे. इसके साथ ही एएनआई से बातचीत में उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए.
उन्होंने कहा कि व्यक्ति की अस्मिता का बहुत महत्व है लेकिन संस्थान की अस्मिता का भी ध्यान रखना चाहिए. वीसी ने परिसर में हिंसा की घटना की जांच का आदेश दिया है. उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बी एस दीक्षित जांच दल का नेतृत्व करेंगे.
विश्वविद्यालय में कथित लैंगिक पक्षपात पर वीसी ने कहा क्या यह गलत है कि हम अपने लड़कों की तुलना में अपनी लड़कियों की सुरक्षा को लेकर ज्यादा चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सामर्थ्य में जो होगा, वो करेगा.
कैंपस में हुए बवाल पर त्रिपाठी अपने पुराने रवैये पर ही टिके रहे. उन्होंने कहा कि अफवाहें फैलने के कारण प्रदर्शन हुआ और बाहरी लोग इसमें संलिप्त थे.