काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हुए हंगामे की जांच में जुटी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के 20 सदस्यों को नोटिस भेजा है. ब्रांच ने उनसे तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है. संस्थान के पूर्व चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर ओ. एन. सिंह को भी नोटिस भेजा गया है.
अपराध शाखा के पुलिस अधीक्षक ज्ञानेन्द्रनाथ प्रसाद का कहना है, ‘अभी हम सभी लोगों से पूछताछ कर घटना के बारे में सारी जानकारी ले रहे हैं. इसी क्रम में प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों को बुलाया गया है. सदस्यों से जाना जाएगा कि घटना के विभिन्न पहलुओं के बारे में पूछताछ की जा सकती है जिसके बाद घटना की सही जानकारी मिलने की उम्मीद है.’
उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में किसी भी तरह की जानकारी रखने वाला व्यक्ति अपराध शाखा के कार्यालय में आकर या फिर फोन से जानकारी दे सकता है.
अपराध शाखा की कई टीमें लगी हैं जांच में
बीएचयू बवाल की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा की कई टीमें काम कर रही हैं. सर्विलांस, साइबर आदि की टीमें भी सक्रिय हैं. एक टीम दिन रात बीएचयू के पास के क्षेत्र में मौजूद है. यह स्थानीय लोगों से अराजक तत्वों की जानकारी लेने के बाद सीसीटीवी की फुटेज भी खंगाल रही है.
ज्ञानेन्द्रनाथ प्रसाद के अनुसार, अपराध शाखा ने संदिग्ध मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगा दिए हैं. दशहरा अवकाश के चलते जांच में समस्या आ रही है. अधिकतर छात्र छात्राएं अपने घर चले गए हैं. इसके अतिरिक्त बीएचयू बंद होने के चलते भी परिसर के लोगों से अपेक्षित जानकारी नहीं मिल पा रही है.