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Bharat Bandh Day 2 Live Updates: बेंगलुरु में टाउन हॉल के सामने जुटे प्रदर्शनकारी, भयंकर ट्रैफिक जाम

हड़ताल के पहले दिन देश के कुछ राज्यों में छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुईं. कई राज्यों में परिवहन, बैंक और स्कूल-कॉलेज एकदम ठप रहे

FP Staff
14:25 (IST)

न्यूज18 की खबर के मुताबिक, बेंगलुरु के टाउन हॉल के सामने सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे हैं, जिसकी वजह से भयंकर ट्रैफिक जाम लग गया. हालांकि, पूरे बेंगलुरु में बंद का ज्यादा असर नहीं रहा है, लेकिन इससे परिवहन जरूर प्रभावित हुआ है.

14:16 (IST)

पटना में आरजेडी, एसपी, हम और दूसरी वाम पार्टियों के नेताओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया. 

12:42 (IST)

सिलचर में प्रदर्शन कर रहे 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिले में आंशिक रूप से बंद है. यहां बैंक सर्विसें तो बंद हैं लेकिन रेल और रोड ट्रांसपोर्ट रोज की तरह चल रहे हैं. 

11:53 (IST)

केरल में तिरुवनंतपुरम के एसबीआई बैंक के एक ब्रांच पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोल दिया, क्योंकि वो बंद के बावजूद काम कर रहे थे. उनके बैंक बंद करने से मना करने के बाद वो अदंर घुस गए, कर्मचारियों को बाहर भेज दिया और कंप्यूटर और दूसरे इक्विपमेंट्स तोड़ दिए.

11:42 (IST)

हावड़ा में एक बस पर हुए पथराव में दो स्टूडेंट्स को चोटें आई हैं. ऐसी ही घटना कूच बेहार में भी हुई है. वहां सरकारी बस पर हुए हमले में बस ड्राइवर सहित दो लोग घायल हुए हैं.

09:31 (IST)

इस बंद में सबसे ज्यादा सक्रियता कोलकाता में दिख रही है. यहां प्रदर्शन में शामिल हुए सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती सहित कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने डिटेन कर लिया है.

09:28 (IST)

कोलकाता में मंगलवार को हड़ताल के पहले दिन बसों पर पथराव किया गया था. इसलिए बुधवार को पुलिस ने बस ड्राइवरों को हेलमेट लगाकर काम करने को कहा है.

09:27 (IST)

उधर तमिलनाडु में भी आज लगभग 12 लाख कर्मचारी बंद से जुड़ रहे हैं. तमिलनाडु सरकार ने कर्मचारियों को बंद में शामिल न होने की चेतावनी दी है, इसके बावजूद विभिन्न सरकारी विभागों से आठ लाख सरकारी कर्मचारी प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं. वहीं 3 लाख शिक्षक और 1.5 लाख केंद्रीय सरकारी कर्मचारी भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे.

09:23 (IST)

कोलकाता में जमकर प्रदर्शन हो रहा है. बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने ओवरहेड वायर पर केले के पत्ते फेंक दिए, जिससे कई अहम रूटों पर ट्रेन सर्विसें प्रभावित हुई हैं.

09:20 (IST)

देश के अलग-अलग ट्रेड यूनियनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का आज दूसरा दिन है. आज भी देश के कई राज्यों में यूनियनों का विरोध प्रदर्शन जारी है.

देश के अलग-अलग ट्रेड यूनियनों की दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आज दूसरा दिन है. आज भी मजदूर संगठन और पार्टियां देश भर में बंद को सफल बनाने के लिए जुटी हुई है. यूनियनों ने हड़ताल के आज दिल्ली में मंडी हाउस से संसद की ओर विरोध रैली निकालने की घोषणा की है. उनका कहना है कि देश में अन्य स्थानों में भी जुलूस निकाले जाएंगे.

हड़ताल के पहले दिन देश के कुछ राज्यों में छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुईं. कोलकाता, केरल और मुंबई में परिवहन, बैंक और स्कूल-कॉलेज एकदम ठप रहे.


यूनियनों ने सरकार पर श्रमिकों विरोधी नीतियां अपनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने श्रमिकों के मुद्दों पर उसकी 12 सूत्री मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है. उनका यह भी कहना है कि श्रम मामलों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में गठित मंत्रियों के समूह ने दो सितंबर, 2015 के बाद यूनियनों को बातचीत के लिए एक बार भी नहीं बुलाया है.

ये यूनियनें श्रम संघ कानून 1926 में प्रस्तावित संशोधनों का भी विरोध कर रही हैं. उनका कहना है कि इन संशोधनों के बाद यूनियनें स्वतंत्र तरीके से काम नहीं कर सकेंगी.

इस बंद के अलावा मुंबई में सार्वजनिक परिवहन सेवा बेस्ट के 32,000 से अधिक कर्मचारी मंगलवार को वेतन वृद्धि की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए. उनकी यह हड़ताल ट्रेड यूनियनों की हड़ताल के दिन ही शुरू हुई. इससे करीब 25 लाख दैनिक यात्री प्रभावित हुए.

दो प्रमुख बैंक यूनियनों ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉइज एसोसिएशन (एआईबीईए) और बैंक एम्पलॉइज फेडरेशन आफ इंडिया (बीईएफआई) ने हड़ताल का समर्थन किया है. हड़ताल से उन बैंकों का परिचालन प्रभावित हुआ है जहां इन दोनों यूनियनों का ज्यादा प्रभाव है.

हड़ताल की वजह से सरकारी सेवाएं मसलन बिजली आपूर्ति और ट्रेन सेवाओं पर असर नहीं पड़ा. हालांकि, कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं. विरोध प्रदर्शन की वजह से पश्चिम बंगाल में ईएमयू और एमईएमयू ट्रेनों में देरी हुई. केरल के दफ्तरों में काफी कम संख्या में कर्मचारी आए. कर्नाटक में हड़ताल का मिलाजुला रुख रहा, जबकि अन्य राज्यों में सामान्य जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ.

हड़ताल से ओड़िशा में रेल और सड़क यातायात प्रभावित हुआ. भुवनेश्वर, कटक, पुरी, बालासोर, जालेश्वर, भद्रक, संबलपुर, बेरहमपुर और पारादीप में आंदोलनरत कर्मचारियों के रेल रोको से ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं.

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार ने पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए थे. वहां एक स्कूल बस पर लोगों ने पथराव किया. कुछ स्थानों पर तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुईं.

कोलकाता सहित राज्य के कुछ हिस्सों में हड़ताली कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला भी फूंका. पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में आंदोलनकारियों ने रेलवे लाइन पर जाम लगा दिया.

सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने दावा किया कि अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों के करीब 20 करोड़ कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए. इस हड़ताल को 10 केंद्रीय श्रम संघों का समर्थन है. इनमें एटक , इंटक, एचएमएस, सीटू, एआईटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी शामिल हैं.