देश में आरक्षण के विरोध में 10 अप्रैल यानी मंगलवार को भारत बंद बुलाया गया है. इस दौरान सबसे ज्यादा हंगामा और बवाल बिहार में देखने को मिला. इस बीच बिहार के हाजीपुर शहर में आरक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के साथ बदसलूकी की. जब केंद्रीय मंत्री चंपारण में प्रधानमंत्री मोदी के अगुवाई में होने वाले शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे तभी उनके साथ ये घटना हुई. कुशवाहा ओबीसी से आते हैं जो कि बीजेपी की सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष भी हैं.
आरा में लागू हुई 144 धारा
प्रदर्शनकारियों का ये हंगामा बिहार के आरा में भी देखने को मिला. आरा में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन रोक दी. इतना ही नहीं यहां पुलिस को भी निशाना बनाया गया. इस हमले में 6-7 पुलिसकर्मी जख्मी बताए जा रहे हैं, इन सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा राज्य के नालंदा, आरा, बेगूसराय और कैमूर में सड़कों को जाम कर दिया. तनाव को देखते हुए आरा में धारा 144 लागू कर दी गई
इससे पहले 2 अप्रैल को दलित संगठनों के 'भारत बंद' के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी हुई थी. इसमें 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. दलितों के 'भारत बंद' के दौरान हिंसा और आगजनी की सबसे ज्यादा घटनाएं मध्य प्रदेश में हुई थीं. ग्वालियर और चंबल संभाग में 8 लोग मारे गए थे. इससे सबक लेते हुए इस बार राज्य के कई हिस्सों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे