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सिर्फ पत्नी और बेटी के बीच का झगड़ा, नहीं है भय्यूजी के सुसाइड की वजह!

बीते छह दिनों में पुलिस ने करीब 20 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, पुलिस परिजन के समक्ष यह सवाल उठा रही है कि कुहू व आयुषी के बीच विवाद था भी तो कुहू तो पढ़ाई के लिए विदेश जा ही रही थी, उसके बाद तो वैसे भी विवाद हल हो जाता

FP Staff

आध्यात्मिक संत भय्यूजी महाराज ने 12 जून को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. उसके बाद से ही उनकी आत्महत्या का मामला रहस्य बना हुआ है. बीते छह दिनों में पुलिस ने करीब 20 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. बीच में ऐसी खबरें सामने आ रहीं थीं कि भय्यूजी महाराज आर्थिक तंगी से परेशान से इसलिए तनाव में थे. लेकिन भय्यूजी महाराज बीएमडब्ल्यू गाड़ी के लिए 23 लाख रुपए का भुगतान कर चुके थे.

जबकि इससे पहले आश्रम के ही सूत्रों के हवाले से ये खबर आई थी कि भय्यूजी महाराज को अपनी बीमारी के दौरान पिछले कुछ महीनों से एक प्राइवेट अस्पताल का बिल चुकाने में दिक्कत आ रही थी. बेटी कुहू को पढ़ाई के लिए इंग्लैंड भेजने के लिए भी उन्होंने अक्सर आश्रम आने वाली मुंबई की प्रसिद्ध गायिका और अपने कुछ कारोबारी भक्तों से आर्थिक मदद मांगी थी. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि उन्होंने कुछ दिन पहले 10 लाख रुपए का कर्ज भी लिया था.


लेकिन, भय्यूजी महाराज के रिश्तेदारों का कहना है कि महाराज पर कोई कर्ज नहीं था. क्योंकि यदि ऐसा होता तो वह एक महीने पहले बीएमडब्ल्यू बुक नहीं कराते. बताया जा रहा है कि बीएमडब्ल्यू गाड़ी के लिए वह 23 लाख रुपए का भुगतान कर चुके थे.

फिर क्या थी तनाव की असली वजह?

यह भी बताया जा रहा है कि भय्यूजी बेटी कुहू को विदेश में पढ़ने के लिए भेजने वाले थे. दरअसल कुहू के विदेश चले जाने के बाद पत्नी और बेटी के बीच होने वाली कलह खत्म होने वाली थी. पुलिस भी परिजन के समक्ष यही सवाल उठा रही है कि कुहू व आयुषी के बीच विवाद था भी तो कुहू तो पढ़ाई के लिए विदेश जा ही रही थी, उसके बाद तो वैसे भी विवाद हल हो जाता. फिर क्या वजह थी कि महाराज इतने तनाव में आ गए, जो यह कदम उठाना पड़ा. हालांकि मामले में पुलिस का मानना है कि अभी कई ऐसे लोग हैं जिनके बयान दर्ज नहीं किए गए हैं.

इससे पहले मामले में भय्यूजी महाराज ने 11 जून को बेटी कुहू के लंदन जाने वाले टिकट को भी कैंसल करवाकर टिकट की तारीख आगे बढ़वाने के लिए कहा था. एक न्यूज बेबसाइट में छपी खबर के अनुसार भय्यू महाराज सुसाइड केस में पुलिस शुक्रवार देर रात तक उनकी बेटी कुहू और सेवादार विनायक दुधाले से पूछताछ करती रही. कुहू ने बयान में बताया कि पिता उसकी जल्द शादी कर देना चाहते थे. उसके लिए लड़का ढूंढ रहे थे, लेकिन उसने शादी से इंकार कर दिया और कहा कि वह अभी छोटी है और पढ़ना चाहती है. हालांकि, इस बार कुहू के बयानों में वह तल्खी नहीं थी जो पहले देखने को मिल रही थी लेकिन इशारों-इशारों में उसने अपनी सौतेली मां आयुषी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया.

सूत्रों के मुताबिक कुहू ने कहा कि वह पिता की दूसरी शादी के पक्ष में नहीं थी. उसने न आयुषी को कभी अपनी मां माना, न ही उससे कभी बातचीत की. उसने यह भी बताया कि महाराज की शादी के कुछ दिन बाद आयुषी से विवाद हुआ और घर में तस्वीरें फेंक दी. इन घटनाओं की वजह से पिता तनाव में थे.

दरअसल, भय्यूजी महाराज सुसाइड केस की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी मनोज रत्नाकर ने महाराज की पत्नी आयुषी और बेटी कुहू सहित 20 करीबी लोगों के बयान ले लिए हैं, जिसमें पुणे आश्रम के खास सेवादार अनमोल चव्हाण भी शामिल हैं. अनमोल के अनुसार महाराज ने बेटी कुहू के लंदन में होने वाले एडमिशन और वहां उसके ठहरने की व्यवस्था को लेकर उनसे बातचीत की थी. आत्महत्या के एक दिन पहले भी जब भय्यू महाराज पुणे जाने के लिए निकले थे तब भी अनमोल से उनकी फोन बातचीत हुई थी.

यह खबर निकलकर आ रही है कि पत्नी और बेटी के बीच खींचतान में फंसे भय्यूजी महाराज के अपने सेवादार और नौकर ही उनकी जासूसी करने लगे थे. इसके लिए उनकी पत्‍‌नी और बेटी सेवादारों और नौकरों पर दबाव बनाती थीं. बेटी इस बात का पता लगाने में जुटी रहती थी कि पिता दूसरी पत्नी के लिए क्या कर रहे हैं, जबकि दूसरी पत्नी का ध्यान बेटी से होने वाली बातचीत पर लगा रहता था. यह खुलासा भय्यू महाराज (उदयसिंह देशमुख) के नौकर और सेवादारों के बयानों से हुआ.