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देश छोड़ने से पहले वनुआतु की नागरिकता लेना चाहते थे नीरव मोदी

नीरव मोदी क्या पहले से ही देश छोड़कर भागने की तैयारी में थे?

FP Staff

पंजाब नेशनल बैंक के 13600 करोड़ रुपए के घोटाला का खुलासा होने से करीब तीन महीने पहले डायमंड ज्वैलर नीरव मोदी ने वनुआतु की नागरिकता लेने की कोशिश की थी. यह दक्षिणी प्रशांत महासागर का एक टापू है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, नवंबर 2017 में नीरव मोदी वनुआतु की नागरिकता लेने का प्रयास कर रहे थे. नागरिकता लेने के लिए उन्होंने अपने पर्सनल एकाउंट से वनुआतु सरकार के 18 अथॉराइज्ड एजेंट में से किसी एक के खाते में 195,000 डॉलर (1,40,40,000) ट्रांसफर किए थे.


वनुआतु सरकार ने मोदी की जांच का जिम्मा इंटेलीजेंस को सौंपा और उनके खिलाफ कुछ 'गलत जानकारी' मिली. सूत्रों ने बताया कि इसके बाद वनुआतु सरकार ने मोदी को नागरिकता देने से इनकार कर दिया.

नीरव मोदी की बहन पर कसा शिकंजा

सरकारी बैंक पीएनबी के साथ दो अरब डॉलर के कथित लोन फ्रॉड मामले में इंटरपोल ने अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी की बहन और बेल्जियम की नागरिक पूर्वी मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. यह नोटिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरफ्तारी वारंट की तरह काम करता है. इसमें कहा गया है कि मनीलॉन्ड्रिंग के आरोपों में पूर्वी दीपक मोदी (44) की तलाश की जा रही है.

अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आग्रह पर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय मामले में अपनी छानबीन को आगे बढ़ाने के लिए उसको पूछताछ में शामिल करना चाहता है. सबसे पहले इसने मार्च में मामले में अपने पहले आरोपपत्र में उनका नाम लिया था और उस पर मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक की ब्रेडी हाउस शाखा में धनशोधन का आरोप है.