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गौरक्षकों का खौफ, कर्नाटक से गोवा को बीफ सप्लाई बंद

गोमांस कारोबारियों ने गौरक्षकों की ओर से हो रही हिंसा को देखते हुए सप्लाई रोकने की चेतावनी दी है

PTI

गोवा में अगले कुछ दिनों के लिए गोमांस की कमी हो सकती है. कर्नाटक के मांस कारोबारियों ने गौरक्षकों के डर से सप्लाई रोकने की चेतावनी दी है. कारोबारियों का कहना है कि गौरक्षकों के बढ़ते हमले के कारण मीट व्यवसाय पर बुरा असर पड़ रहा है. कारोबारियों ने कहा है कि जबतक सरकार उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराती, तबतक वे गोवा को मीट सप्लाई नहीं करेंगे.

दूसरी ओर, ऑल गोवा कुरैशी मीट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मन्ना बेपारी ने कहा, 'शनिवार को इस मसले पर गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर से बात हुई. उन्होंने इस मुद्दे पर पुलिस से बातचीत करने का भरोसा दिया है.' हालांकि बेपारी ने बताया कि सीएम फिलहाल प्रदेश से बाहर हैं और उनके दो दिन बाद ही लौटने की संभावना है. कुछ भी बात उसके बाद ही शुरू हो पाएगी.


उधर कर्नाटक के मांस कारोबारी इस बात पर अड़े हैं कि जबतक गौरक्षकों के खिलाफ कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया जाता, तबतक वे मीट की सप्लाई दुबारा शुरू नहीं करेंगे. बेलगावी से हर दिन लगभग 25 टन गोमांस गोवा को भेजा होता है.

क्या है मुश्किल?

गौरक्षक अभियान जैसे संगठनों का आरोप है कि कर्नाटक में चल रहे अवैध बूचड़खानों से गोवा मीट भेजा होता है. इस संगठन के नेता हनुमंत परब पहले कह चुके हैं कि सरकार की इजाजत के बगैर बॉर्डर पार कई बूचड़खाने चल रहे हैं. जबकि बेपारी इन आरोपों को खारिज करते हैं.

गोवा में मीट की कमी के चलते मटन और चिकन की कीमतों में काफी उछाल है. दूसरी ओर, पुलिस का कहना है कि अवैध बूचड़खानों के आरोपों को देखते हुए चौकसी काफी ज्यादा बढ़ा दी गई है.

इतना कुछ के बावजूद बेपारी ने अपील की है कि मीट सप्लाई में आई कमी का हल निकालने के लिए सरकार को कुछ करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो गोवा के कारोबारी पड़ोसी राज्य से मीट नहीं खरीद पाएंगे. गोवा के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बीफ बैन के कारण भी मांस आपूर्ति पर खासा असर पड़ा है.