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आज से नक्सलियों का 'नक्सल शहीद वीक', बस्तर में चौकस सुरक्षा व्यवस्था

बस्तर के सात जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडगांव, सुकमा और कांकेर के अंदरूनी इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है

FP Staff

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में नक्सलियों ने रविवार से एक हफ्ते का 'पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए)' यानी नक्सल शहीद वीक मनाने की घोषणा की है. साल 2000 से ही यह सिलसिला चलता आ रहा है. इस दौरान नक्सली कई बैठकें और सभाएं आयोजित करते हैं. साथ ही प्रचार, नए सदस्यों की भर्ती, समीक्षा संचालन, सड़कों को क्षति पहुंचाने, सार्वजनिक संपत्ति और सुरक्षा बलों पर हमले करने जैसी चीजें शामिल हैं.

ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्ता बढ़ा दी गई है. सभी पैरा मिलिट्री और राज्य फोर्स को अलर्ट जारी कर दिया गया है. बस्तर के सात जिलों दंतेवाड़ा, बीजापुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडगांव, सुकमा और कांकेर के अंदरूनी इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. पेट्रोलिंग के दौरान ही सुरक्षाकर्मियों को नक्सल वीक के पोस्टर और पैमप्लेट मिले.


15 दिन में 15 नक्सलियों को किया गया गिरफ्तार

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने पीटीआई से कहा, हाल ही में हुए छत्तीसगढ़ चुनाव से ही सुरक्षाकर्मी लगातार इस इलाके में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन अंजाम दे रहे हैं. इन ऑपरेशन के दौरान 15 नक्सलियों को हमने हिरासत में लिया. छत्तीसगढ़ चुनाव दो चरणों, 12 नवंबर और 20 नवंबर को संपन्न हुआ था.

कुछ दिनों पूर्व ही छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में प्रेशर बम की चपेट में आने से पुलिस जवान घायल हो गया था.

पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि सुकमा जिले के किस्टाराम और चिंतागुफा थाना क्षेत्र और तेलंगाना के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से ऑपरेशन प्रहार चार चलाया गया है. पुलिस दल में एसटीएफ, डीआरजी और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के जवान शामिल थे. सोमवार को पुलिस दल को इस अभियान में सफलता मिली और नौ नक्सलियों को मार गिराया गया. इस घटना में डीआरजी के दो जवान शहीद हुए थे.