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आडवाणी की शादी पर वाजपेयी की हाजिरजवाबी...और दंग रह गए वकील साहब

वाजपेयी ने राजस्थान हाई कोर्ट के अतिरिक्त महाधिवक्ता लद्रेछा के न्योते का जवाब ऐसे दिया कि लोग सुनकर लोटपोट हो गए. वाजपेयी ने लिखा-यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आप चतुर्भुज होने जा रहे हैं. बहुत-बहुत धन्यवाद

FP Staff

आज जब समूचा देश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक मना रहा है, ऐसे में उनका एक पत्र सामने आया है जिसमें उनके हाजिरजवाबी गुणों का पता चलता है.

यह पत्र श्याम सुंदर लद्रेछा के नाम है जिसे वाजपेयी ने 19 मार्च 1991 को लिखा था. लद्रेछा राजस्थान हाई कोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ता हैं. दरअसल, 1991 में लद्रेछा की शादी थी. शादी में शामिल होने के लिए उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को न्योता भेजा. तब वाजपेयी का नाम भावी प्रधानमंत्री के तौर पर काफी उछल रहा था.


वाजपेयी ने लद्रेछा के न्योते का जवाब ऐसे दिया कि लोग सुनकर लोटपोट हो गए. वाजपेयी ने न्योते के जवाब में लिखा-यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आप चतुर्भुज होने जा रहे हैं. बहुत-बहुत धन्यवाद. इच्छा होते भी आना संभव नहीं है. यहां भी एक बरात चढ़ रही है. आडवाणी जी उसमें दूल्हा हैं. नई दिल्ली की सरकार को ब्याहकर लाना है.

यह पत्र पाकर लद्रेछा को इस बात का कतई मलाल नहीं रहा कि वाजपेयी जी उनकी शादी में नहीं आ रहे, बल्कि उनकी हाजिरजवाबी पढ़कर वे हमेशा के लिए उनके मुरीद हो गए. आज जब वाजपेयी इस दुनिया में नहीं रहे, देश-दुनिया के अन्य लोगों की तरह लद्रेछा भी इसे व्यक्तिगत हानि मान रहे हैं.

शुक्रवार को वाजपेयी का पार्थिव शरीर कृष्ण मेनन मार्ग स्थित उनके आवास से दीन दयाल मार्ग पर बीजेपी के मुख्यालय में ले जाया गया. इस दौरान सड़क के दोनों किनारों पर लोग अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन की लालसा में खड़े रहे.

तिरंगे में लिपटा वाजपेयी का पार्थिव शरीर फूलों से सजे तोप ले जाने वाले वाहन पर रखा हुआ था. उनका पार्थिव शरीर सुबह करीब 10 बजे बीजेपी मुख्यालय के लिए रवाना हुआ. पूरा रास्ता ‘अटल बिहारी अमर रहें’ के नारों से गूंजता रहा. बीजेपी मुख्यालय के बाहर बड़ी संख्या में लोग दिखे. वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित तमाम केंद्रीय मंत्रियों और अन्य लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए.