अहमदाबाद के महात्मा गांधी के मशहूर साबरमती आश्रम के 100 वर्ष पूरे होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गौरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों पर सख्ती दिखाई. उन्होंने कहा कि गौरक्षा के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
मोदी के इस भाषण के बाद देशभर में इस पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने इस मौके पर पीएम और बीजेपी पर निशाना साधा है.
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि बस बातें करने से कुछ नहीं होगा. गौरक्षा स्वीकार नहीं है तो अभी तक राजस्थान में बीजेपी की सरकार होते हुए भी पहलू खां के 3 हत्यारों को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया है?
ओवैसी ने आगे लिखा, 'पीएम बस बातें करना जानते हैं. उन्होंने दो बार इस बारे में बोला है लेकिन कभी हुआ कुछ नहीं क्योंकि इन गौरक्षकों के खिलाफ कभी कार्रवाई नहीं की गई, इन्हें बीजेपी और संघ की तरफ से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन मिलता है.'
वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गौरक्षा के नाम पर हिंसा के मामले में ट्टीट करते हुए लिखा कि, 'गौ रक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं की हम कड़ी निंदा करते हैं. इन्हें अभी ही रोकना होगा. सिर्फ बातों से काम नहीं चलेगा.'
साथ ही ट्विटर यूजर्स पीएम मोदी के इस भाषण को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कुछ का कहना है कि पीएम मोदी ने ये बयान देने में बहुत देर कर दी है, जब उन्हें लग रहा है कि जनता में आक्रोश बढ़ रहा है और वो सड़कों पर उतर रही है, तब उन्हें इसकी याद आई हैं. तो कुछ लोग कह रहे हैं कि देश के प्रधान सेवक की तरफ से आए इस बयान के बाद शायद हालात सुधरें.