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जन्मदिन विशेष: केजरीवाल को 2019 में करना है बेहतर परफॉर्म, तो रूठों को मनाना होगा...

अरविंद केजरीवाल ने बतौर सीएम अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं. इस दौरान केजरीवाल का सफर कई सारे उतार चढ़ावों से गुजरा

FP Staff

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज यानी 16 अगस्त को अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं. अरविंद केजरीवाल का एक इंजीनियर से आम आदमी पार्टी का संयोजक और फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने का सफर बेहद दिलचस्प रहा है. 16 अगस्त 1968 को हिसार के हरियाणा में जन्में केजरीवाल ने आईआईटी खड़गपुर से मेकेनिकल इंजीनियर की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने टाटा स्टील में काम किया और 1992 में भारतीय राजस्व में शामिल हुए. आरटीआई को लागू कराने में केजरीवाल का विशेष योगदान माना जाता है.

उन्हें एक नई पहचान 2011 में मिली जब इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में रामलीला मैदान में जनलोकपाल बिल के लिए 2011 में अन्ना हजारे ने अनशन शुरू किया. इस दौरान केजरीवाल लोगों के दिलों में खास जगह बनाने में कामयाब रहे. इसके बाद उन्होंने राजनीति में उतरने का फैसला किया और पिछले 15 सालों से सत्ता पर काबिज शाली दीक्षित को चुनावों में हरा दिया.

लेकिन सीएम बनने के महज 49 दिन बाद ही केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया. उनका पहला कार्यालय 28 दिसंबर 2013 से 14 फरवरी 2014 तक ही रहा. इसके बाद 2015 में वह दोबारा दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. इस दौरान केजरीवाल ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की.

रूठों को मनाना होगा

अरविंद केजरीवाल ने बतौर सीएम अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं. इस दौरान केजरीवाल का सफर कई सारे उतार चढ़ावों से गुजरा. 2017 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा, लेकिन पार्टी वो प्रदर्शन नहीं कर पाई, जिसकी सबको उम्मीद थी. आप ने 20 सीटें हासिल की और विपक्षी पार्टियों को कड़ी टक्कर तो दी, पर एक समय जो माहौल था कि केजरीवाल पंजाब जीत रहे हैं, वो बात सच नहीं हो सकी.

मौजूदा समय में केजरीवाल के लिए पार्टी में चल रही अंतर्कलह को खत्म करना सबसे अहम है. एक के बाद एक पार्टी के सभी पुराने नेता आम आदमी पार्टी से नाता तोड़ रहे हैं. इसके अलावा कुमार विश्वास से भी पिछले काफी समय से उनकी अनबन चली आ रही है. केजरीवाल अगर 2019 में अपनी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर करना चाहते हैं, तो उन्हें रूठों को मनाना होगा और पार्टी में सब को साथ लेकर चलना होगा.