महाराष्ट्र में पुणे से सटे भीमा कोरेगांव में इस साल की शुरुआत में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने मंगलवार को देश के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की. पुलिस ने इस दौरान माओवादियों से संबंध रखने के शक में हैदराबाद में रह रहे क्रांतिकारी लेखक और माओवादी विचारक वरवरा राव समेत तीन गिरफ्तार किया है, जबकि दो लोग हिरासत में लिए गए हैं. जानी-मानी लेखिका अरुंधती रॉय ने वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी की निंदा की है.
मंगलवार को देश के कई हिस्सों में वामपंथी समर्थकों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए अरुंधती ने कहा कि जो हो रहा है यह पूरी तरह खतरनाक है, ऐसा लगता है कि इमरजेंसी की घोषणा होने वाली है. अरुंधती ने कहा, 'मॉब लिंचिंग और दिनदहाड़े हत्या करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं. दलित अधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ताओं के घर हो रही छापेमारी से यह साफ पता चलता है कि भारत कहां जा रहा है.'
रॉय ने कहा, 'हत्यारों को सम्मानित किया जा रहा है, उन्हें बचाया जा रहा है. लेकिन न्याय और हिंदू बहुसंख्यकवाद के खिलाफ बोलने वालों को आपराधी करार दिया जाता है. यह इमरजेंसी की घोषणा की तैयारी जैसा है.' अरुंधती रॉय ने कहा, 'यह चुनाव की तैयारी है. भारतीय संविधान और बोलने की आजादी के खिलाफ एक कोशिश है. लेकिन, हम ऐसा नहीं होने देंगे. हम वो आजादी खोने नहीं देंगे जिसपर हमें नाज है.'
(साभार न्यूज18)