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कांग्रेस को घेरने की तैयारी में अरुण जेटली? सोनिया गांधी के गढ़ में खर्च करेंगे अपनी सांसद निधि

जेटली के इस कदम के बाद 2019 में राय बरेली में भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं

FP Staff

2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को उनके गढ़ में ही घेरने के लिए बीजेपी ने तैयारी कर ली है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपनी सांसद विकास निधि को राय बरेली में खर्च करने का फैसला किया है. जेटली के इस कदम के बाद 2019 में राय बरेली में भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

अरुण जेटली के प्रतिनिध और यूपी बीजेपी के प्रवक्ता हीरो बाजपेयी ने पीटीआई को बताया , 'करीब एक महीने पहले जेटली ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद होने के नाते रायबरेली को चुना. संभ्रात राजनीतिक परिवार द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाने के बाद भी जिले के पिछड़ेपन और जिले से उठने वाली अलग-अलग मांगों ने जेटली जी को राय बरेली को चुनने के लिए प्रेरित किया.'


सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (MPLADS) के तहत प्रत्येक सांसद को जिलाधिकारी को अपने क्षेत्र में 5 करोड़ तक के विकास कार्यों के लिए सुझाव देने का विकल्प होता है.

क्या 2019 में राहुल गांधी और अरुण जेटली के बीच होगा मुकाबला?

बाजपेयी ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री नवंबर के दूसरे सप्ताह में राय बरेली का दौरा कर सकते हैं. हालांकि उन्होंने 2019 में सोनिया गांधी और अरुण जेटली के बीच किसी भी मुकाबले की संभावना से इनकार कर दिया. बाजपेयी ने बताया कि जेटली 2019 में चुनाव नहीं लड़ेंगे.

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि रायबरेली की जनता स्टेडियम, यूनिवर्सिटी, सोलर लाइट और दूर-दराज के इलाकों में सोलर ऊर्जा से चलने वाले पंप की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि लोगों की इन मांगों को पूरा करन का प्रयास किया जाएगा. बाजपेयी ने इसी के साथ बताया कि राय बरेली के विकास के लिए मुख्य विकास अधिकारी के पास 2.5 करोड़ रुपये पहुंच चुके हैं.

फिलहाल कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी राय बरेली से सांसद हैं जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राय बरेली के बगल में स्थित अमेठी से सांसद हैं. 1980 के बाद से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रहा है.

2014 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी को रायबरेली से 5,26,434 वोट मिले थे. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी बीजेपी उम्मीदवार को 3,52,713 वोटों से हराया था.