view all

एक साल होने पर जेटली ने नोटबंदी को बताया सफल, ये रहीं 10 बड़ी बातें

जेटली ने कहा कि सरकार खासतौर से पिछले साल नोटबंदी के बाद से कम नकदी इस्तेमाल वाली अर्थव्यवस्था पर जोर दे रही है

FP Staff

8 नवंबर को पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी कदम नोटबंदी के एक साल पूरे हो जाएंगे. इस मौके पर अरुण जेटली ने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि नोटबंदी से काले धन पर लगाम लगी है और कैशलेस इकॉनमी को बढ़ावा मिला है.

जेटली ने कहा कि सरकार खासतौर से पिछले साल नोटबंदी के बाद से कम नकदी इस्तेमाल वाली अर्थव्यवस्था पर जोर दे रही है और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रही है. पीएम मोदी ने दावा किया था कि इस कदम से देश को काले धन और नकली नोटों से मुक्ति मिलेगी और आतंकवाद पर भी यह बड़ी चोट करेगा.


उनके प्रेस कांफ्रेंस की दस मुख्य बातें

1. देश की अर्थव्यवस्था की यथास्थिति को बदलना बहुत जरूरी थी. किसी भी अर्थव्यवस्था कैश बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए. लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था में कैश जीडीपी का 12.2 फीसदी था.

2. मार्केट में कैश ज्यादा होने का सबसे बड़ा नुकसान है कि टैक्स चोरी बढ़ जाती है. जो लोग टैक्स दे रहे हैं उन्हें डबल टैक्स देना पड़ता है. यानी जो लोग टैक्स नहीं देते उनके हिस्से का टैक्स भी उन लोगों को देना पड़ता है जो टैक्स चुकाते हैं.

3. नोटबंदी ने एजेंडा बदला है. बदली व्यवस्था में टैक्स चुकाने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. बड़े नोट बाजार में कम हैं. टेरर फंडिंग रुकी है.

4. एक आलोचना यह थी कि लोगों ने सारा पैसा बैंक में जमा कर दिया. यह अच्छी बात है. इससे उन लोगों का भी पता चला जिनके पास कैश में ब्लैकमनी था. उन्हें टैक्स अधिकारियों के सामने जवाब देना पड़ रहा है.

5. जिस गति के साथ नोटबंदी की गई कुछ हफ्ते या महीनों में वह अपने आप में उदाहरण था कि कैसे इतनी सरलता से यह किया गया.

6. हमारे विरोधियों ने, खासतौर पर कांग्रेस ने विरोध किया. जबकि सच्चाई यह है कि 10 साल तक एक पॉलिसी पैरालिसिस यानि कुछ ना करना ऐसा माहौल रहा. पीएम ने एक के बाद एक ढांचागत रिफॉर्म करके बदलाव लाने का फैसला किया.

7. नोटबंदी एक ऐसा कदम है जिसके पीछे नैतिक वजह है. इसे लूट कहना गलत है. जो नैतिक तौर पर सही हो वो राजनीतिक तौर पर भी सही है.

8. लूट वो होती है जो कॉमनवेल्थ में हुआ, कोल ब्लॉक्स के आवंटन में हुआ. एथिक्स के मामले में हम कांग्रेस से अलग हैं. वो अपने परिवार की चिंता करते हैं.

9. हम मानते हैं कि इस देश को विकसित बनाने में लेस कैश इकनॉमी बनना बेहद जरूरी है.

10. नोटबंदी के बाद नया कैश लगभग तुरंत ही आ गया इसलिए इससे कोई समस्या नहीं हुई. सरकार पूरी तरह तैयार थी और इसे ठीक से लागू नहीं किया गया ऐसा कहना गलत होगा.