जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना के अभियान में बाधा डालने वाले स्थानीय नागरिकों को सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कड़ी चेतावनी दी है.
विपिन रावत ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को सख्त लहजे में कहा कि, ‘अगर वहां के लोग सेना के आंतकविरोधी अभियानों में बाधा डालने की कोशिश करेंगे तो सेना उनसे सख्ती से निपटेगी. ’
जनरल रावत ने ये भी कहा कि, ‘जम्मू-कश्मीर में जो कोई भी पाकिस्तान या आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के झंडे लहराएगा उससे सख्ती से निपटा जाएगा.’
विपिन रावत के अनुसार, ‘सेना ऐसे लोगों से ठीक उसी तरह निपटेगी जिस तरह वो किसी आतंकी या राष्ट्रद्रोही से निपटती है. आतंकियों को किसी भी तरह का समर्थन देना भी आतंकवाद का साथ देना माना जाएगा.’
जनरल रावत आतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सेना के एक अफसर और तीन जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम में पहुंचे थे.
आतंकियों की मदद
जनरल रावत ने साफ तौर पर कहा कि जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल इसलिए मारे जा रहे हैं, क्योंकि स्थानीय लोग उनके इस अभियान में बाधा डालते हैं. उनके सहयोग के बिना आतंकियों का मनोबल इतना नहीं बढ़ता.
उनके मुताबिक इन स्थानीय लोगों का साथ आतंकियों को इतना ज्यादा मिलता है कि कई बार वे उन्हें भगाने में भी उनकी मदद करते हैं.
उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह करते हुए कहा, ‘जिन घरों के बच्चे या लड़कों ने हथियार उठाए हैं, वे वापिस अपने घरों और मुख्यधारा में लौट जाएं. सरकार और सेना दोनों ही इन भटके हुए नौजवानों को वापिस लौटने का एक मौका दे रही है.’
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अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए जनरल रावत ने कहा कि..अगर ये लड़के आईएस और पाक के झंडे लहराकर आतंकी हरकत करना चाहते हैं तो हम उन्हें राष्ट्रविरोधी तत्व मानेंगे और कार्रवाई करेंगे. ये मुमकिन है कि वे पहली बार में बच जाएं लेकिन हम अभियान जारी रखेंगे और जल्द ही उन्हें पकड़ भी लेंगे.
सेना पर पथराव
14 फरवरी वाले दिन उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा के पारे मोहल्ला में आतंकवादियों के खिलाफ सेना के अभियान के दौरान तीन सैनिकों पर स्थानीय लोगों की तरफ से भारी पथराव किया गया था.
लोगों के इस पथराव के कारण आतंकवादियों ने मौका पाते ही अपनी तरफ बढ़ रहे सैनिकों पर हथगोले फेंके और एके राइफल से गोलीबारी की जिसमें तीन जवान शहीद हो गए और सीआरपीएफ के एक कमांडिंग अधिकारी सहित कुछ अन्य जख्मी हो गए थे. एक आतंकवादी मौके पर से फरार भी हो गया.
पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर हुई मुठभेड़ में एक मेजर समेत चार सैनिकों की मौत गई है.