सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का हाल ही में एक बयान जारी हुआ है जिसमें उन्होंने कहा है कि जहां सरकार नहीं पहुंच पाती वहां सेना शिक्षा और स्वास्थ्य मुहैया कराती है. दरअसल गुरुवार को बिपिन रावत 'राष्ट्र निर्माण में शस्त्र बलों के सहयोग' विषय पर बात करने एक सेमिनार में पहुंचे थे. इसी सेमिनर में उन्होंने ये बयान दिया है.
उन्होंने कहा देश के सबसे दूरवर्ती इलाकों में सेना, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी सेवाएं लोगों तक पहुंचाती हैं खासकर उन जगहों पर जहां सरकार नहीं पहुंच पाती .ऐसे में वहां ज्यादातर लोग सेना पर ही निर्भर हैं.
उन्होंने आगे कहा जहां हमारे सैनिक तैनात रहते हैं वहां उनकी जरूरत के कई सामान खरीदे जाते हैं. सैनिक जरूरत के हिसाब से उस सामान को स्थानीय लोगों में बांटकर उनकी मदद करते हैं. रावत ने कहा कि हम जिन मुद्दों को लेकर लोगों की मदद करते हैं उन्हें ध्यान में रख सकते हैं मगर हम ऐसा नहीं करते.
रावत ने इस सेमिनार के दौरान कहा कि हम सभी वर्दी वाले टेक्स चुकाते हैं. हमारी सैलेरी से टेक्स पहले ही कट चुका होता है जो बाद में राजकोष में जाता है.