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गोवा: एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस कांग्रेस नेता के खिलाफ दर्ज किया FIR

साल 2012 में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के तहत कावलेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

Bhasha

गोवा पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत कावलेकर के खिलाफ आय से अधिक चार करोड़ रुपए की संपत्ति जुटाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.

गोवा पुलिस ने मीडिया में आई कुछ खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए साल 2012 में भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की विभिन्न धाराओं के तहत कावलेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इन खबरो में भूखंडों के अवैध आवंटन में उनकी कथित संलिप्तता का दावा किया गया था.


एसीबी ने वर्ष 2012 में कावलेकर की संपत्ति के खिलाफ जांच शुरू कर दी थी. इसमें उनकी केरल की संपत्ति भी शामिल थी. ब्यूरो ने वर्ष 2013 में राज्य सरकार को प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी थी.

पुलिस अधीक्षक (एसीबी) बॉस्को जॉर्ज ने शनिवार को बताया, ‘हमें आय से अधिक संपत्ति के मामले में कावलेकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सरकार से मंजूरी मिल गई है.’ उन्होंने कहा कि यह एफआईआर भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत शुक्रवार को दर्ज की गई थी. चार करोड़ की ऐसी संपत्ति है, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक है.

उन्होंने कहा, ‘हम इस मामले में आगे जांच कर रहे हैं.’ जॉर्ज ने कहा कि मुख्य सचिव धर्मेंद्र शर्मा ने शुक्रवार को कावलेकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने वाली फाइल को मंजूरी दे दी थी. कावलेकर गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता भी हैं.

एसीबी के सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि एसीबी के अधिकारी शनिवार को कावलेकर के बेतुल क्वेपम स्थित आवास पर छापेमारी करेंगे.

एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘उनसे पहले भी पूछताछ की जा चुकी है. हम उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुला सकते हैं.’ जब कावलेकर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वह एसीबी या किसी भी अन्य एजेंसी की पूछताछ के लिए तैयार है.

उन्होंने कहा, ‘मैं गलत नहीं हूं. मैं जांच के लिए तैयार हूं.’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस तरह के हथकंडों से विपक्ष का मनोबल गिराने की कोशिश कर रहा है.

तीन बार विधायक रहे कावलेकर वर्ष 2007-12 में कांग्रेस की दिगंबर कामत सरकार के दौरान सरकारी गोवा औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष रहे हैं.

वर्ष 2012 की शुरूआती जांचों में यह पाया गया कि कावलेकर के पास केरल में 32.5 करोड़ रूपए की कीमत वाला बगीचा था.