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अनंतनाग में सेना की बड़ी कार्रवाई: 3 ऑपरेशन, 13 आतंकी ढेर, 3 जवान शहीद

आतंकवादियों में से अब तक 11 की पहचान कर ली गई है और ये सभी स्थानीय हैं

Bhasha

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और शोपियां में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सुरक्षा बलों रविवार को बड़ी कार्रवाई की. एक साथ तीन अभियान चलाए गए जिस में 13 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि तीन जवान शहीद हो गए. आतंकरोधी इस अभियान में चार नागरिकों को भी जान गंवानी पड़ी. मारे गए आतंकियों में लेफ्टिनेंट उमर फयाज की हत्या में शामिल आतंकी भी शामिल हैं.

कश्मीर में आतंकवादी समूहों को एक बड़ा झटका देने वाले इन अभियानों को दोनों जिलो में शनिवार रात शुरू किया गया था और ये रविवार शाम तक जारी रहे. अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग जिले के दायलगाम में एक आतंकी मारा गया और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया. उधर द्रगाद में सात आतंकी मारे गए. शोपियां जिले के काचदुरू इलाके में पांच आतंकियों को मार गिराया गया. 13 आतंकवादियों में से अब तक 11 की पहचान कर ली गई है और ये सभी स्थानीय हैं.


पुलिस के मुताबिक काचदुरू में स्थानीय लोग समीर अहमद लोन का शव ले गए, जो कि हाल में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. परिवार ने बाद में पुलिस को बताया कि उसे दफना दिया गया है.

काचदुरू क्षेत्र में सेना के तीन जवान शहीद हो गए और तीन नागरिक भी मारे गए हैं जबकि एक अन्य नागरिक भी आतंकियों के हाथों मारा गया. इस नागरिक के घर ये आतंकवादी छिपे हुए थे.

कानून और व्यवस्था की स्थिति और अलगाववादी संगठनों के बंद के आह्वान को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने श्रीनगर शहर के सात पुलिस थानों और दक्षिण कश्मीर के इलाकों में पाबंदियां लगाई हैं. इसके अलावा सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक समेत अलगाववादी नेताओं को नजरबंद किया गया है.

पुलिस ने बताया कि एहतियाती कदम के तौर पर कश्मीर के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर क्षेत्र) एस पी पाणि ने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर बहुत जबरदस्त काम किया है.

मारे गए आतंकवादियों में इश्फाक ठोकर, एहतेमद हुसैन और अकीब इकवाल शामिल है जो कि शोपियां में कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों के इस अभियान के कारण हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को करारा झटका लगा है.

इससे पहले सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की प्रेस कांफ्रेंस में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस पी वैद्य ने कहा कि कश्मीर घाटी में हाल में आतंकवादी समूहों के खिलाफ यह सबसे बड़ी कार्रवाई है. अधिकारियों ने बताया कि शोपियां के काचदुरू में अभियान में सेना के तीन जवान शहीद हो गए.

फोटो पीटीआई से

शहीद उमर फयाज का बदला लिया 

इससे पूर्व अवंतिपुरा में विक्टर फोर्स मुख्यालय में बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 15वीं कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट ने इसे हाल के समय में सबसे बड़ा अभियान करार दिया. उन्होंने कहा कि लेफ्टिनेंट उमर फयाज का बदला ले लिया गया है. पिछले साल शोपियां में फयाज की निर्मम हत्या कर दी गई थी. भट्ट ने कहा कि मारे गए आतंकवादियों में इश्फाक मलिक और ठोकर शमिल हैं. वे फयाज की हत्या के लिए जिम्मेदार थे.

पिछले साल मई में आतंकवादियों ने फयाज (22) की हत्या कर दी थी. दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन इलाके में उनका शव बरामद किया गया था. डीजीपी ने एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के प्रयास का भी जिक्र किया. दायलगाम मुठभेड़ के दौरान एसएसपी ने एक आतंकवादी को सरेंडर करने के लिए राजी किया.

कुछ खास रहा दायलबाग मुठभेड़

शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘मैं दायलगाम मुठभेड़ का खास जिक्र करना चाहूंगा जहां हमारे एसएसपी ने एक खास कोशिश की, जैसा दुनिया में कहीं भी सुनने को नहीं मिलता है.’ डीजीपी ने कहा, ‘उन्होंने (एसएसपी ने) एक आतंकवादी के परिजन को फोन किया. उन्होंने उससे 30 मिनट तक बात की, ताकि उसे सरेंडर करने के लिए राजी किया जा सके.’

उन्होंने कहा, ‘दुर्भाग्यवश, उसने अपने परिजन की सलाह नहीं मानी. बातचीत के दौरान जिला एसएसपी ने उसे समझाने की कोशिश की. लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद पुलिस के पास जवाबी कार्रवाई के सिवाय और कोई चारा नहीं था. वह मारा गया. एक अन्य जीवित पकड़ा गया.’