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अमृतसर रेल हादसा: ड्राइवर ने कहा, ट्रेन पर पत्थर बरसाने लगे थे लोग

जानिए उस ड्राइवर का क्या कहना है जिसने 50 से ज्यादा लोगों पर ट्रेन चढ़ा दी

FP Staff

दशहरा के दिन अमृतसर में हुए रेल हादसे में 61 लोगों की जान चली गई. गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) ने आईपीसी की धारा 304 और 304A के तहत FIR दर्ज कर लगी. हालांकि एफआईआर में किसी शख्स का नाम नहीं दिया गया है. जीआरपी ने डीएमयू ट्रेन के ड्राइवर अरविंद कुमार से भी पूछताछ की.

कुमार ने बताया कि उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाया था लेकिन ट्रेन रुकी नहीं और गुस्साए लोग ट्रेन पर पत्थर फेंकने लगे थे. रेलवे प्रशासन को दिए लिखित बयान में अरविंद कुमार ने कहा कि जब उन्हें ट्रैक के पास लोग दिखे तो उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाया और लगातार हॉर्न भी बजाया.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कुमार ने कहा, 'इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन रुकी नहीं और कई लोग ट्रेन के नीचे आ गए. ट्रेन रुकने ही वाली थी तभी बड़ी संख्या में लोग ट्रेन पर पत्थर बरसाने लगे. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मैंने ट्रेन आगे बढ़ाने का फैसला किया.'

अपनों को खोने से नाराज हैं लोग

अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर 29 से मौजूदा पार्षद विजय मदान के घर पर हमले के बाद पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है. हादसे से पहले कार्यक्रम स्थल का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर कांग्रेस नेत्री और पूर्व सांसद नवजोत कौर सिद्धू दिख रही हैं.

ट्रेन हादसे से कुछ मिनट पहले आयोजकों ने कहा था, 'मैडम (नवजोत कौर सिद्धू) यहां देखें. 5000 से ज्यादा लोग रेलवे ट्रैक पर कार्यक्रम देखने के लिए खड़े हैं. इस रेलवे ट्रैक पर अगर 500 ट्रेनें भी गुजर जाएं तो इन्हें इसकी परवाह नहीं है.' कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची नवजोत कौर सिद्धू से ट्रैक पर मौजूद लोगों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि स्टेज से कई बार इस संबंध में घोषणा की गई. लोगों से धोबी घाट ग्राउंड की ओर जाने के लिए कहा गया जहां रावण दहन होना था.

शुक्रवार को अमृतसर की घटना में 60 लोग मारे गए जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल है. जोड़ा बाजार फाटक के पास रावण दहन के दौरान लोग ट्रैक पर खड़े थे. इसी दौरान ट्रैक पर दो रेल गाड़ियां आ गईं और लोग चपेट में आ गई.