पंजाब पुलिस ने रविवार को कहा कि अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में एक धार्मिक समागम में हुआ हमला 'आतंकी कृत्य' प्रतीत होता है.
पंजाब पुलिस के डायरेक्टर जनरल सुरेश अरोड़ा ने कहा, ' इसमें (इस घटना में) आतंक का एक पहलू दिख रहा है क्योंकि यह एक समूह (लोगों के) के खिलाफ है, न कि किसी एक व्यक्ति के. लोगों के समूह पर ग्रेनेड फेंकने का कोई कारण नहीं है, इसलिए हम इसे एक आतंकी हरकत के तौर लेंगे. साबित होने तक हम प्रथम दृष्टया इसे इसी रूप में लेंगे.'
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि निरंकारी भवन में किसी संभावित हमले को लेकर कोई खास खुफिया जानकारी नहीं थी. इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 10 लोग घायल हुये हैं.
यह हमला अमृतसर में राजासांसी के अदलीवाल गांव में स्थित निरंकारी भवन में हुआ. यह इलाका अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के निकट है.
हमले के समय वहां निरंकारी पंथ का धार्मिक समागम चल रहा था. उस वक्त वहां करीब 200 श्रद्धालु मौजूद थे. वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था.
उन्होंने कहा, 'हमने राहत एवं बचाव अभियान शुरू किया है.'
हमले के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की और राज्य के गृह सचिव, डीजीपी (कानून व्यवस्था) और डीजी खुफिया को राजासांसी रवाना होने का निर्देश दिया.