एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को सड़क से संसद तक विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी इस मुद्दे पर विपक्ष पर प्रहार किया है.
रविवार को शाह ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हम एनआरसी लाए. एनआरसी एक तरीका है अवैध बांग्लादेशी इमिग्रेंट्स को असम से निकालने का. मैं एसपी, बीएसपी और कांग्रेस से उनका मत जानना चाहूंगा कि वह अवैध बांग्लादेशी इमिग्रेंट्स को यहां रखना चाहते हैं या बाहर निकालना.
क्या है मामला?
असम के एनआरसी के दूसरे और फाइनल ड्राफ्ट में लगभग 40 लाख लोगों का नाम नहीं है. इस पर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर जम कर हमला कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे के विरोध में कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की है.