दिल्ली विधानसभा में ईवीएम जैसी मशीन से ईवीएम में छेड़छाड़ का डेमो देने के बाद ई मार्केट में 'ईवीएम जैसी' किट के बेचे जाने का मामला सामने आया है.
कहा जा रहा है कि किट में दिए गए उपकरणों के इस्तेमाल से ईवीएम जैसी मशीन बनाई जा सकती है. अमेजन पर 'किट्स गुरु' नाम के सेलर की ओर से बेची जा रही है. ये किट दो हजार रुपए के अंदर उपलब्ध है.
चुनाव आयोग का इनकार
मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में 'आप' विधायक सौरभ भारद्वाज ने ईवीएम जैसी मशीन से ईवीएम में छेड़छाड़ का डेमो दिखाया था. उन्होंने दावा किया कि सीक्रेट कोड के जरिए मशीन में टैम्परिंग संभव है. हालांकि, चुनाव आयोग ने इस मशीन को ईवीएम मानने से इनकार किया है.
आयोग ने बाकायदा प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के जरिए कोई भी ईवीएम जैसी दिखने वाली मशीन बना सकता है और टैम्परिंग का डेमो दे सकता है.
डू इट योरसेल्फ
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन पर इलेक्ट्रॉनिक ईवीएम मशीन का प्रोटोटाइप (नमूना) बनाने की किट उपलब्ध है. यह डीआईवाय (डू इट यॉरसेल्फ, खुद करके देखो) किट 1,700 रुपए में बिक रही है.
यह ईवीएम प्रोटोटाइप किट 25 नवंबर 2016 से साइट पर अवेलेबल है. प्रोटोटाइप के सर्किट में 8051 माइक्रोकंट्रोलर इस्तेमाल किया गया है और इसमें 16X2 एलसीडी इंटरफेस भी है, जिसपर वोट्स की काउंटिंग देखी जा सकती है.
किट्सगुरु है प्रमुख विक्रेता
अमेजन इस ईवीएम प्रोटोटाइप को किट्सगुरु वेबसाइट के जरिए बेच रहा है. किट्सगुरु स्कूल-कॉलेज के एजुकेशनल प्रोजेक्ट, एजुकेशनल टॉयज, मैकेनिकल कंपोनेंट्स, इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट और रोबोटिक्स प्रोजेक्ट बेचती है. 2009 में शुरू हुई यह कंपनी स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाती है.
इस बारे में जब कीट़स गुरु के प्रतिनिध संजय यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ईवीएम नहीं, ईवीएम का नमूना बिकता है और वह भी बीटेक पढ़ने वालों के लिए. बीटेक स्टूडेंट के प्रोजेक्ट में इसे बनाना होता है. हम ईवीएम नहीं बनाते.