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भारी बारिश के बीच अमरनाथ तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था रवाना

दो महीने तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हुई थी और 1000 से अधिक लोगों के पहले जत्थे ने बर्फ से बनने वाले शिवलिंग के दर्शन किए

Bhasha

जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बारिश से ट्रैफिक रुकने के बीच 2876 तीर्थयात्रियों का तीसरा जत्था शुक्रवार को अमरनाथ मंदिर में दर्शन के लिए बेस कैंप की ओर रवाना हो गया.

अधिकारियों ने कहा कि सुबह करीब 6:30 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्री 90 गाड़ियों के काफिले में भगवती नगर बेस कैंप से रवाना हुए. इस दौरान बारिश हो रही थी. पिछले तीन दिन से जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में बारिश हो रही है.


अधिकारियों के मुताबिक बनिहाल उधमपुर सेक्टर में भारी बरिश से पंथाल, नेदगार्ड, डिगडोल और समरोली में शुक्रवार सुबह जमीन धंसने की घटनाएं हुईं. पत्थर गिरने से 260 किलोमीटर लंबा राजमार्ग बंद हो गया. हालांकि संबंधित एजेंसियों ने जवानों और मशीनों को लगाकर सुबह करीब 9:15 बजे कम से कम समय में रास्ते साफ कराए. इससे फंसी गाड़ियां अपनी मंजिल की ओर बढ़ सकीं. राजमार्ग बंद होने से जगह-जगह जाम लग गया और गाड़ियों की आवाजाही की कोशिश जारी है.

दो महीने तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हुई थी और 1000 से अधिक लोगों के पहले जत्थे ने बर्फ से बनने वाले शिवलिंग के दर्शन किए.

अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को तीर्थयात्रियों को सड़क से जाने की मंजूरी मिलने के बाद ही जाने दिया गया और वे शुक्रवार शाम तक बेस कैंप में पहुंच सकते हैं.

शुक्रवार को रवाना हुए तीसरे जत्थे में कोई साधु और बच्चे नहीं हैं. इनमें से 315 महिलाओं समेत 2032 तीर्थयात्रियों ने 36 किलोमीटर लंबा पहलगाम का रास्ता चुना, वहीं 229 महिलाओं समेत 844 लोगों ने 12 किलोमीटर लंबे बालटाल रास्ते को चुना है.