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आलोक वर्मा बने नए सीबीआई डायरेक्टर

आलोक वर्मा 1979 बैच के यूटी कैडर के अधिकारी हैं

Ravishankar Singh

आलोक वर्मा सीबीआई के नए डायरेक्टर बन गए हैं. सीबीआई डायरेक्टर का चयन करने वाली कोलेजियम ने आलोक वर्मा के नाम पर मुहर लगा दी है. आलोक वर्मा का नाम डायरेक्टर की रेस में पहले से चल रहा था.

हालांकि पिछले सोमवार को हुई मीटिंग में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आलोक वर्मा के नाम पर असहमति जताई थी, बाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत के बाद आलोक वर्मा के नाम पर सहमति बना ली गई.


बीते 2 दिसंबर से सीबीआई निदेशक का पद खाली था. सरकार ने 1984 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को बतौर इंचार्ज डायरेक्टर बनाया था.

सीबीआई डायरेक्टर का चयन करने वाले कॉलेजिएम में देश के प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश शामिल होते हैं. देश में लोकपाल कानून लागू होने के बाद सीबीआई डायरेक्टर का चयन एक कॉलेजिएम करता है. पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से सीबीआई निदेशक का पद खाली था.

सीबीआई के नए डायरेक्टर के नाम पर चार आईपीएस अफसरों के नाम चल रहे थे. आलोक वर्मा के अलावा सशस्त्र सीमा बल की डीजी अर्चना रामसुंदरम, महाराष्ट्र के डीजीपी सतीश माथुर और गृह मंत्रालय के स्पेशल सेक्रेटरी रूपक कुमार दत्ता का नाम सबसे आगे था.

वरिष्ठता क्रम में सबसे सीनियर आईपीएस आलोक वर्मा थे. आलोक वर्मा अभी दिल्ली के पुलिस कमिश्नर हैं. इसी साल जून महीने में आलोक वर्मा रिटायर हो रहे थे.

यूटी कैडर के आलोक वर्मा 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बनने से पहले आलोक वर्मा तिहाड़ जेल के डीजी भी रह चुके हैं. साथ ही मिजोरम के भी पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं. हालांकि इससे पहले वर्मा ने कभी सीबीआई में काम नहीं किया है.

आलोक वर्मा एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश गोवा मिजोरम और यूनियन टैरिटरी) के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. पिछले 11 महीने से वर्मा दिल्ली के पुलिस कमिश्नर पद पर थे. आलोक वर्मा अगस्त 2007 से दिसंबर 2008 तक दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच में ज्वाइंट और स्पेशल कमिश्नर का पद भी संभाल चुके हैं. आलोक वर्मा के बारे में कहा जाता है कि इनका करियर बिना विवाद का रहा है. 36 साल की नौकरी में आलोक वर्मा की यह 24वीं पोस्टिंग है.

एक महीने पहले गृह मंत्रालय ने 45 अधिकारियों की लिस्ट पीएमओ को भेजी थी. इन्हीं 45 आईपीएस अधिकारियों में सीबीआई के नए डायरेक्टर का चयन होना था.