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दिल्ली: चोरी हुई कार तो बन गए जासूस, दो घंटे में ढूंढ निकाली

सिंह ने कहा कि यह ऐसा लम्हा था जो उन्होंने सिर्फ फिल्मों में ही देखा था

FP Staff

एक 58 साल के व्यक्ति की कार चोरी हो जाने के बाद उसने जासूस बनकर महज दो घंटों में ही अपनी कार खोज निकाली. उन्होंने अपनी कार में लगे जीपीएस ट्रैकर की मदद से न सिर्फ अपनी कार ढूंढी बल्कि उन्होंने चोरों को भी पकड़वाया.

हरजीत सिंह नाम के ट्रांसपोर्टर पांच कारों के मालिक हैं. जिन्हें वह ऑनलाइन रिटेल कंपनी पर चलवाते हैं. उन्होंने जब दो साल पहले ईको कार खरीदी थी तब उसमें जीपीएस डिवाइस लगाया था. जिसकी बदौलत ही उन्होंने अपनी चोरी हुई कार को वापस ढूंढ निकाली थी.


रात को देखी कार पार्किंग में सुबह गायब

दरअसल गुरुवार रात जब कार का ड्राइवर गाड़ी वापस लाया तो उसने 10 बजकर 30 मिनट पर पश्चिमी दिल्ली के हरी नगर में कार पार्किंग में लगा दी. कार के मालिक हरजीत सिंह ने कहा कि रात में उन्होंने कार को पार्किंग में देखा था. लेकिन जब वह सुबह घूमने निकले तो कार वहां नहीं थी.

उसके बाद हरजीत ने कार के ड्राइवर को फोन लगाया और दोनों आसपास के इलाके में कार ढूंढने लगे. लेकिन कार नहीं मिली. सिंह ने पहले सोचा कि इसकी सूचना पुलिस को दी जाए. लेकिन लंबी कार्रवाई की परेशानी के चलते उन्होंने खुद कार ढूंढने की कोशिश की.

इसी कोशिश में उन्हें कार के अंदर लगे जीपीएस का ध्यान आया. उन्होंने फिर ज्यादा समय न बरबाद करते हुए जीपीएस लगाने वाली कंपनी को फोन किया और कार की लोकेशन शेयर करने के लिए कहा.

जीपीएस से पता चला कार कहां है

जीपीएस ट्रेकर के मुताबिक कार की लोकेशन द्वारका सेक्टर 7 बताई गई. उसके बाद सिंह अपनी कार ढूंढने द्वारका की तरफ गए. वहां पहुंच कर जब उन्होंने दोबारा से कंपनी को फोन किया तो उन्होंने बताया कि कार साकेत में पुष्प विहार की तरफ जा रही है. जिसके बाद वह साकेत की तरफ निकल दिए.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक आधे घंटे के बाद सिंह जब साकेत पहुंचे तो उन्हें लगा कि वह अकेले ही अपनी कार नहीं ढूंढ सकते. इसलिए उन्होंने पुलिस को सूचना दी. जैसे ही उन्होंने पुलिस को सूचित किया वैसे ही उन्हें साकेत से एक पुलिसकर्मी का फोन आया. उन्हें इस दौरान हरि नगर पुलिश थाने से भी फोन आया. साथ ही इसी दौरान उन्हें उनकी कार की लाइव अपडेट्स भी मिल रहीं थी.

पीसीआर की मदद से पकड़ा चोर

सिंह को साकेत में तैनात पुलिसकर्मी तो नहीं मिल सका लेकिन इस दौरान उन्हें एक पीसीआर वेन मिल गई. जिसे उन्होंने अपना सारा किस्सा सुनाया. उन्होंने योजना बनाई कि सिंह एक तरफ से उस कार का पीछा करेंगे और पुलिस दूसरी तरफ से करेगी. सिंह ने कहा कि यह ऐसा लम्हा था जो उन्होंने सिर्फ फिल्मों में ही देखा था.

हालांकि सिंह को पीछा करने के सिर्फ चंद मिनटों के अंतराल पर ही अपनी ईको वेन दिख गई. जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी. और पुलिस ने कार के साथ चोर को भी धर दबोचा. जिसके बाद चोर की पहचान सागरपुर निवासी आशीष कुमार के रूप में हुई है.