उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में संचालित पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी के मदरसा 'चाचा नेहरू' में असामाजिक तत्वों की ओर से की गई एक बड़ी साजिश नाकाम हो गई. इस मामले की रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने में दर्ज करा दी गई है.
जानकारी की मुताबिक, रविवार को दो अज्ञात लोगों ने किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए मदरसे के वाटर कूलर में कोई जहरीला पदार्थ मिला दिया. जब एक छात्र ने दोनों अज्ञात किशोरों को यह जहरीला पदार्थ मिलाते देख लिया तो उन्होंने तमंचा दिखाकर धमकाते हुए उसे खामोश रहने की चेतावनी दी.
संस्था के पीआरओ राशिद अली ने कोतवाली सिविल लाइंस में दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तहरीर दी. इसके आधार पर केस दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है.
मदरसे के वार्डन जुनैद सिद्दीकी ने बताया कि दरभंगा (बिहार) निवासी सातवीं कक्षा का छात्र अफजल पानी पीने के लिए नीचे वाटर कूलर की ओर गया. यह वाटर कूलर मेन गेट के पास कोने में ही रखा है. यहां उसे दो युवक दिखाई दिए. एक वाटर कूलर में कोई पाउडर डाल रहा था. अफजल को देखते ही दूसरे ने शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी दी.
इसके बाद दोनों किशोर दीवार कूदकर भाग गए. हड़बड़ाहट में कुछ जहरीला पदार्थ व रैपर बाहर ही गिर गया. दूसरी ओर अफजल ने उनकी धमकी की परवाह न करते हुए तुरंत यह बात मदरसे के वार्डन जुनैद सिद्दीकी को बताई. आनन-फानन में वह वाटर कूलर के पास पहुंच गए और पुलिस को इसकी सूचना दी. वारदात की सूचना मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई.
ज्ञात हो कि अलीगढ़ शहर के सिविल लाइंस इलाके में भमोला फाटक के पास बंगाली कोठी स्थित मदरसा चाचा नेहरू को सलमा अंसारी की अलनूर चैरिटेबिल सोसायटी संचालित करती है.
इस मदरसे में दो शिफ्ट में नर्सरी से नौवीं तक के करीब 3600 छात्र-छात्रएं पढ़ते हैं. इनमें गैर जिलों के 11 बच्चे हॉस्टल में रहते हैं. किसी भी बच्चे से कोई फीस नहीं ली जाती. अतिगरीब बच्चों को किताबें भी मुफ्त मुहैया कराई जाती हैं.
(न्यूज 18 से साभार)