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एएमयू के छात्रों को वेज खाने के लिए किया फोर्स

हॉस्टल मैंनेजमेंट का कहना है कि हम हर दिन 500 किलो मीट अरेंज नहीं कर पा रहे हैं

FP Staff

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हॉस्टल के मेस में नॉन-वेज मिलना बंद हो गया है. योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के सीएम बनते ही यूपी के सभी अवैध बूचड़खानों पर रोक लगने के निर्देश दे दिए गए. इससे राज्य में मांस की कई दुकानें बंद हो गई. मांस विक्रेताओं ने हड़ताल भी शुरू कर दी है. अब एएमयू के हॉस्टल में नॉन-वेज मिलना ही बंद हो गया है. छात्रों ने इसके विरोध में वीसी को चिट्ठी लिखी है.

जहां हॉस्टल के खाने में हर रोज मांस मिलता रहा है, वहां अब सिर्फ शाकाहारी खाना मिल रहा है, जो वहां के लगभग सभी छात्रों को पसंद नहीं आ रहा. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार एएमयूएसयू के प्रेसिडेंट फैज़ल हसन का कहना है, ‘हमें वेज खाने के लिए के फोर्स किया जा रहा है.’


छात्रों के वीसी को भेजी चिठ्ठी के जवाब में मैंनेजमेंट का कहना है, 'हॉस्टल में 19 डाइनिंग हॉल हैं. 15000 छात्र हैं. हम हर रोज 500 किलो मीट उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं.'

उनका कहना है कि, 'अवैध बूचड़खानों के बंद होने के बाद मांसविक्रेताओं के हड़ताल पर चले जाने से बाजार में मांस नहीं मिल रहा है. इससे हमें बहुत मुश्किल हो रही है.'

यह मामला तब राजनीतिक हो गया जब एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, ‘अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 15000 बच्चों के खाने में 26 मार्च मांस नहीं मिल रहा और बीजेपी कहती है कि वो एक समुदाय को निशाना नहीं बना रही है?’