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दिल्ली है कि सुधरती नहीं! मामूली सुधार के बाद फिर 'गंभीर' स्तर पर वायु गुणवत्ता

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, खराब मौसम और पराली जलाए जाने से समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 423 पर आ गया है

FP Staff

दिल्ली की वायु गुणवत्ता रविवार को भी 'गंभीर' दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड  के आंकड़ों के मुताबिक, खराब मौसम और पराली जलाए जाने से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी AQI)  423 पर आ गया है. बीते शनिवार को वायु की गुणवत्ता में हुए मामूली सुधार के बाद रविवार को प्रदूषण में वृद्धि के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. दिल्ली में शनिवार की सुबह हवा की गुणवत्ता 'बेहद खराब' दर्ज की गई थी लेकिन रविवार को यह फिर से 'गंभीर' की श्रेणी में आ गई.

सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को पीएम 2.5 (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम के व्यास के प्रदूषक कण) का स्तर 299 जबकि पीएम 10 (हवा में मौजूद 10 माइक्रोमीटर से कम के व्यास के प्रदूषक कण) का स्तर 477 दर्ज किया गया. दिल्ली में 28 इलाके 'गंभीर' श्रेणी में रहे जबकि सात इलाकों में हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' दर्ज की गई.


वायु गुणवत्ता सूचकांक पर शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक सामान्य, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से 500 के स्तर को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है.

इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई थी. जबकि प्रदूषण के स्तर में धीमा लेकिन महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिला. सरकारी एजेंसी 'सफ़र' ने कहा था कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार तक गंभीर श्रेणी में बनी रहेगी. पंजाब के लुधियाना में किसान लगातार पराली जला रहे हैं, जिसका असर दिल्ली की हवा पर पड़ रहा है. आतिशबाजी से निकलने वाले धुएं से पैदा हुए जहरीले हालात के साथ ही पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण स्थिति और अधिक खराब होने की आशंका है. जबकि गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 642 दर्ज किया गया था. .