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तीमारदारों से डरे डॉक्टर, अब ब्लैक-बेल्ट चैंपियंस से लेंगे ट्रेनिंग

डॉक्टरों की सेल्फ-डिफेंस क्लासेस 15 मई से शुरू होंगी

FP Staff

लोगों की जान बचाने वाले डॉक्टरों आज खुद की जान बचाने के लिए जूझते नजर आते हैं. अक्सर मरीज और उसके परिजनों के गुस्से का शिकार सबसे पहले डॉक्टर ही बनते हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया पर छपी खबर के मुताबिक, मरीजों और उनके परिजनों द्वारा हिंसा के बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स के डॉक्टरों ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने का फैसला किया है.

एम्स के रेजीडेंट डॉक्टर्स ने मार्शल आर्ट्स में ब्लैक बेल्ट चैंपियंस से सेल्फ-डिफेंस क्लासेस लेने का फैसला किया है. डॉक्टरों की सेल्फ-डिफेंस क्लासेस 15 मई से शुरू होंगी. एम्स रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विजय कुमार ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि प्रशासन ने उन्हें अस्पताल में रोजाना ट्रेनिंग क्लासेस कराने की अनुमति दे दी है.


उन्होंन कहा कि इच्छुक उम्मीदवारों को दो ब्लैक बेल्ट चैंपियंस रोजाना शाम को 6 से 7 और 7 से आठ के बीच एम्स में सेल्फ-डिफेंस स्किल्स सिखाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि इसे लेकर अस्पताल की सिक्योरिटी पर सवाल उठाना ठीक नहीं है.

एम्स के अलावा लोक नायक अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों को सेल्फ-डिफेंस की ट्रेनिंग पहले से ही दी जा रही है. लोक नायक अस्पताल से जुड़े मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के आरडीए के अध्यक्ष डॉक्टर युगल करखूर ने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस कर्मियों ने सिखाया है कि कैसे खुद की रक्षा करनी चाहिए और मुसीबत की स्थिति में कैसे खुद को सुरक्षित बाहर निकालना चाहिए.