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त्रिपुरा: सरकार से जाने के बाद लेफ्ट कार्यकर्ताओं से मारपीट के 200 मामले- सीपीएम

लेफ्ट पार्टी का कहना है कि वो पार्टी की हार पर बाद में सोचेंगे, पहले कार्यकर्ताओं की सुरक्षा देखेंगे

FP Staff

त्रिपुरा में 25 साल का लेफ्ट शासन इस बार के चुनावों में ढह गया. इसके बाद बीजेपी सत्ता में आगई. सीपीएम का आरोप है कि वाम कार्यकर्ताओं के खिलाफ चुनाव के अलगे ही दिन 200 से ज्यादा मारपीट के मामले हो चुके हैं. लेफ्ट ने पार्टी दफ्तरों में भी तोड़फोड़ का आरोप लगाया है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक रविवार को अगरतला मेलारमठ में सीपीएम के दफ्तर में कई कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से फोन कर के शिकायत दर्ज करवाई. बताया जा रहा है कि प्रदेश भर में सीपीएम और बीजेपी के युवा कार्यकर्ता आपस में भिड़ रहे हैं. अगरतला के ऑफिस में इतनी शिकायतें आ रही हैं कि वहां काम करने वाले लोग सो भी नहीं पाए हैं.


सीपीएम के सेक्रेटरी बिजन धर का कहना है कि पुलिस इन उपद्रवियों को रोकने के लिए कुछ नहीं कर रही है. इस तरह की झड़पों के कुछ दिन और चलने की आशंका है. उनका ये भी कहना है कि पार्टी हार के कारणों पर बाद में चर्चा करेगी इससे पहले अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा देखेगी.

इस हिंसा से कथित तौर पर जुड़ी कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर हो रही हैं. हम इन तस्वीरों की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकते हैं.