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भारत की 'न' पर बौखलाया पाकिस्तान, कहा- 2019 चुनाव की तैयारी कर रही है सरकार

पाकिस्तान ने ये भी कहा है कि मुलाकात रद्द करने के पीछे भारत ने जो कारण दिए हैं, वो संतोषजनक नहीं हैं

FP Staff

कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ इस महीने के आखिर में प्रस्तावित मुलाकात को रद्द कर दिया है, जिसे पाकिस्तान ने दुर्भाग्यपूर्ण कहा है लेकिन पाकिस्तान ने ये भी कहा है कि मुलाकात रद्द करने के पीछे भारत ने जो कारण दिए हैं, वो संतोषजनक नहीं हैं.

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान का कहना है कि भारत ने मुलाकात रद्द करने के पीछे कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा तीन पुलिसकर्मियों की हत्या को वजह बताई है, जबकि ये घटना भारत के मुलाकात के प्रस्ताव को स्वीकार करने के दो दिन पहले ही हो चुकी थी. पाकिस्तान ने ये भी कहा कि भारत सरकार 2019 में होने वाले चुनावों के चलते ऐसे फैसले ले रही है.


बीएसएफ जवानों की हत्या और बुरहान वानी की डाक टिकट पर भारत ने जताया है गुस्सा

बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखकर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के मुलाकात के जरिए शांतिवार्ता को दोबारा शुरू करने की इच्छा जताई थी. भारत ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद दोनों देशों के विदेश मंत्री इस महीने न्यूयॉर्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र की महासभा के दौरान मिलने वाले थे. लेकिन कश्मीर के शोपियां में बीएसएफ के तीन जवानों की आतंकियों द्वारा बर्बर हत्या किए जाने से क्षुब्ध भारत ने पाकिस्तान के साथ मुलाकात को रद्द कर दिया.

भारत ने अपने बयान में कहा कि 'भारत-पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की मुलाकात की घोषणा के एक दिन बाद ही दो बेहद ही परेशान करने वाली घटनाएं हुई हैं. जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा हमारे सुरक्षाबल के जवानों की हत्या और पाकिस्तान की ओर से बुरहान वानी समेत कई आतंकियों पर डाक टिकट जारी करने जैसी घटनाएं शामिल हैं.'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि' यह साफ है कि वार्ता शुरू करने के ताजा प्रस्ताव के पीछे पाकिस्तान का खतरनाक एजेंडा है, जिसका खुलासा हुआ है. उन्होंने ये बी कहा कि इस घटना से पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री का असली चेहरा दुनिया के सामने आ गया है.'

पाकिस्तान ने किए आपत्तिजनक दावे, लगाया आंतरिक राजनीति के दबाव का आरोप

भारत के इस कदम को पाकिस्तान के विदेश मंत्री दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि ‘आंतरिक दबाव’ के कारण नई दिल्ली ये ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ कदम उठाने को मजबूर हुआ. उन्होंने कहा कि ‘यह बुरा है कि भारत ने सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने एक बार फिर शांति कायम करने का मौका गंवा दिया.’

शाह ने ये भी कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ कश्मीर सहित सभी अटके मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है लेकिन लगता है कि भारत ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. उन्होंने भारत पर आरोप लगाया कि वो अपनी आंतरिक राजनीति से बाहर नहीं आ पा रहा.

इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से कुछ गंभीर दावे किए गए हैं. पाकिस्तान सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया कि तीन पुलिसकर्मियों की कथित हत्या की घटना मुलाकात के लिए भारत की स्वीकृति के दो दिन पहले ही हो चुकी थी. पाकिस्तान ने ये भी कहा है कि इस घटना के सामने आने के बाद पाकिस्तानी सेना ने इसमें खुद की संलिप्तता से इनकार किया साथ ही एक लापता सैनिक को ढूंढने में मदद की पेशकश भी की. पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत सरकार को इस बारे में पता था और भारतीय मीडिया ने भी ये खबर चलाई कि पाकिस्तान ने इस घटना में अपनी भूमिका होने से इनकार किया है लेकिन फिर भी भारत ने ये प्रोपगैंडा चलाया.

इस बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार खुद एक जॉइंट इन्वेस्टिगेशन चलाकर सच का पता लगाएगी. साथ ही इमरान खान पर भारत की टिप्पणी को राजनयिक संबंधों के खिलाफ बताया.